जालन्धर : पंजाब सरकार की हिदायतों के विरुद्ध धान की फसल बीजने वाले किसानों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए कृषि विभाग की तरफ से तंदुरुस्त पंजाब मिशन के अंतर्गत राज्य में कीमती पानी को बचाने के लिए आज बडी कार्यवाही करते हुए भोगपुर ब्लॉक के दो गाँव में करीब 4 एकड जमीन में बीजी धान की फसल को नष्ट कर दिया गया।
इस बारे में जानकारी देते हुए डिप्टी कमिशनर जालंधर श्री वरिन्दर कुमार शर्मा ने कहा कि कृषि विभाग की तरफ से ब्लॉक भोगपुर के गाँव भट्टियां और चक्क शुक्र के किसानों सरबजीत सिंह,पाल सिंह और गुलजार सिंह की तरफ से पंजाब सरकार की हिदायतों के अनुसार 20 जून से पहले धान की फसल बीजने की पहचान करने के बाद कार्यवाही की गई। उन्होने कहा कि कृषि अधिकारी गुरभगत सिंह की तरफ से किसान के खर्च किए पर पंजाब प्रीजरवेशन आफ सब सुआइल वाटर एक्ट 2009 के अंतर्गत निर्धारित तारीख 20 जून से पहले धान की फसल बीजने पर शखत कार्यवाही की गई। श्री शर्मा ने कहा कि जहाँ सरबजीत सिंह की डेढ एकड जमीन में भी धान की फ़सल जोतने से रह गये वहां चक्क शुक्र के किसान पाल सिंह और गुलजार सिंह के एक एक एकड़ में बीजे धान को नष्ट किया गया। उन्होने कहा कि सभी किसानों के विरुद्ध सख़्त कार्यवाही की जायेगी जो सरकार की हिदायतों के उल्ट 20 जून से पहले धान की बिजवाई करेंगे।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से 20 जून से पहले धान की फ़सल न बीजने का फ़ैसला पानी को बचाने के लिए किया गया है जो कि राज का उपजाऊ भूमि के अतिरिक्त केवल एक मात्र कुदरती साधन है। उन्होने कहा कि पानी का संकट हमारी आने वाली पीढीयों पर मंडरा रहा है। श्री शर्मा ने कहा कि यह समय की ज़रूरत है कि निश्चित की गई तारीख़ से पहले धान की फ़सल बीजने के लिए पंपों के द्वारा पानी धरती के नीचे से न निकाला जाये।
इस अवसर पर मुख्य कृषि अधिकारी सर डा.बलविन्दर सिंह छीना ने बताया कि कृषि विभाग की तरफ से समुच्चय स्थिति पर तीखी निगरानी रखी जा रही है और किसी भी किसान को 20 जून से पहले धान की फ़सल बीजने की इजाज़त नहीं दी जायेगी।