अमृसतर : बच्चो की सेहत को स्वस्थ रखने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की और से भारतसरकार और पंजाब सरकार के साथ मिल कर शुरू किया गया खसरा और रूबेला का टीकाकरण अमृतसर जिला में 94 प्रतिशत बच्चो पर लागु हो चूका है। यह जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर श्री कमलदीप सिंह संघा ने बताया की सेहत विभाग की और से घातक बीमारियां से बच्चो को बचाने के लिए गया है यह बहुत आशा प्रयास है और इसके भविष्य में अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे। उन्होंने बताया की अप्रैल में शुरु की गई इस योयना को स्कूलों में छोटिया होने से पहले पूरा करने का अंदाजा लगाया गया था, पर शोशल मीडिया ‘पर हुए गलत अफवाह के कारण इस को बुरी तरह साबित कर दिया था, लेकिन फिर भी स्वास्थ्य विभाग की और से लोगो के पास तर्क से रखे गए विचारो के कारण ये सफलता मिली है। उन्होंने बताया की अब तक 5,52892 बच्चो को ये टीका दिया जा चूका है।
इस अवसर पर सीविल सर्जन डॉ. हरदीप सिंह घई ने जिला प्रशाशन की और से इस अभियान को दिये गये सहयोग के लिए धन्यवाद करते हुए कहा की 9 माह से 15 वर्ष तक की आयु के बच्चो टीके लगाए जा रहे है और हमारे लिए यह ख़ुशी की हम 94 प्रतिशत लक्ष्य पूरा कर चुके है। उन्होंने बताया की एक बार जब यह झूठे प्रचार के कारण ट्रैक से गिर गया थे, लेकिन डिप्टी कमिश्नर श्री, संघा की और से की गई आयोजन और टीम को गांव, शहरों के मुताबिक, गुरु घर के ग्रंथियों, गैर-सरकारी संगठन, शिरोमणि गुरुदुयरा प्रबंधक कमेटी, चीफ खालसा व् और संस्था के साथ बात करने पे दिए गए आदेश के बाद जब हमारी टीमों ने ऐसा किया तो इस के परिणाम अच्छे सामने आने लगे। उन्होंने इस योयना के लिए मीडिया की और से मिला सहयोग का विशेष धन्यवाद किया, जिनके माध्यम से लोगो तक सही बात पहुंची और वह अपने बच्चो के टीकाकरण करवाने के लिए त्यार हुए। जिला टीकाकरण अधिकारी श्री रमेश पाल ने इस योयना पे अपना अनुभव बताते हुए बताइया की हम बच्चो को टीकाकरण करने के लिए पहली बार मेहनत करनी पड़ी है। उन्होंने बताया की आज हमारी टीमे स्कूलों में पहुँच कर बचे हएे बाकी बच्चो को टिका लगवाने का काम कर रही है और आशा है की आने वाल सप्ताह मर हम बाकि बच्चो को टीकाकरण करकर सुरक्षित करेंगे।