जालन्धर : कृषि एवं किसान भलाई विभाग द्वारा फसलों के अवशेषों को संभालने के लिए उपयोग किये जाने वाले कृषि उपकरण पर सब्सिडी पर देने के लिए किसानों का चयन लाटरी के द्वारा किया जायेगा। जिन कृषि उपकरणों पर सब्सिडी दी जानी है उनमें फसलों की अवशेषों को खेतों में ही निपटारा करने वाले और सीधे बिजाई वाले उपकरण हैं ताकि खादों एवं पानी के प्रयोग को कम किया जा सके इस के साथ-ही-साथ जमीन की उपजाऊ शक्ति को संभालने में सहायता मिलेगी।
जिलाधीश जालन्धर श्री वरिंदर कुमार शर्मा जोकि इस सं संबंधित जिला स्तरीय समिति के चैयरमैन भी हैं ने कहा कि लोकप्रियता के चयन को पूरी तरह पारदर्शी ढंग से लाटरी की व्यवस्था अपनाई जा रही है। उन्होने बताया कि 23 जुलाई को प्रात: 11:00 बजे समिति रूम, प्रशासनिक काम्प्लेक्स जालन्धर में ड्रा निकाले जायेंगे।
इस समिति में सहायक कृषि इंजीनियर(उपकरण) जालन्धर बतौर (को- मैंबा सचिव), जिला प्रसार विशेषज्ञा जालन्धर(मैंबर) डिप्टी डायरेक्टर कृषि विज्ञान केन्द्र जालन्धर(मैंबर), जसबीर सिंह, प्रगतिशील किसान (मैंबर) और लीड बैंक अधिकारी, जालन्धर (मैंबर) शामिल हैं।
उन्होने कहा कि प्रोमोशन ऑफ एगरीकलचर मैकेनाईजेशन फॉर इंस्टिट्यूट मैनेजमैंट ऑफ करापस स्कीम के अधीन 29 जून तक किसानों की ओर से प्रार्थानपत्रों की मांग की गई थी, जिस के पश्चात अब जिला स्तरीय समिति द्वारा योग्य लाकपात्रियों का चयन किया गया।
सब्सिडी वाले उपकरणों में मुख्य तौर पर मलचर, चौपर सरैडर, हैपीसीडर, उलटांवे हल, सुपर एस.एम.एस, जीरो टिल डरिल, सरब कटर एवं कसटम हाईरिंग सैंटर, रोटावेटर, पैडी सटराअ शामिल हैं।