जालन्धर : मच्छरों के पैदा होने को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से शुक्रवार को डराई डेय मनाने के उपरांत मुहिम के अंतर्गत लारवा विरोधी टीम की तरफ से सरकारी कार्यालयों और अन्य क्षेत्रों की जांच की गई।
आज 6 टीमों की तरफ से जिला प्रशासकी कॉम्प्लेक्स , पुलिस कंपलैस, रेलवे के लेखांक कार्यालय, जिला खेल अधिकारी, कार्याालय जिला लोक संपर्क अधिकारी, देश भक्त यादगार हाल और पौधा मंडी में अन्य अलग-अलग स्थानों की जांच की गई।
गुरविन्दर बाजवा, सरबजीत, हरजीत कुमार, राज कुमार, क्रम सिंह, गुरपाल सिंह और गुरविन्दर सहोता के नेतृत्व वाली टीमों की ओर से रेलवे के लेखा कार्यालय में 7, पौधा मंडी में 6 और अन्य स्थानों में मच्छरों का लारवा पैदा होने से सम्भंधित २ स्थानों समेत 15 स्थानों की पहचान की गई। इन 15 स्थानों में 10 कूलरें और बाकी पानी के गमलों में मच्छरों का लारवा पाया गया।
टीम की तरफ से दफतरों और अन्य स्थानों पर लोगों से बातचीत करके उनको जागरूक करते हुए बताया गया कि यह स्थान मच्छरों का लारवा पैदा होने के लिए बहुत उपयु1त स्थान हैं जिस से डेंगू , मलेरिया और अन्य कई प्रकार की बीमारियां पैदा होती हैं।
इस के अतिरि1त टीम के सदस्यों की तरफ से लोगों से अपील की गई कि अपने घरों के आस-पास के कूलरों, बालटियों, फुल्लदानों, गमले,पक्षियों के पानी पीने के लिए रखे गए बर्तनों, ट्रे आदि में पानी बदबू मारने के लिए न रखा जाये। उन्होने कहा कि पानी की टैंकियों और कंटेनरों को ढक कर रखने के इलावा कूलरों, बर्तनों और पानी के कंटेनरों को साफ करके रखा जाये।
उन्होने कहा कि तंदुरुस्त पंजाब मिशन के अंतर्गत इस विशेष जांच का मु2य उदेश्य पानी से पैदा होने वाली बीमारियाँ को शुरू होने से पहले रोकने को विश्वसनीय बनाना है।