अमृतसर : पंजाब आयुर्वेद डिपार्टमेंट, अमृतसर और स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एन.सी.बी) अमृतसर ने एक सेमिनार का आयोजन किया जिसके अंतर्गत पंजाब में अफीम युक्त आयुर्वेदिक दवाइयों के बढ़ते अवैध व्यापार पर रोकथाम हेतु कदम उठाने पर चर्चा की गई | इसमें अमृतसर कि आयुर्वेदिक ड्रग मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन ने भी भागीदारी की जो आयुर्वेदिक दवाईयोंका उत्पादन कर रही है | डॉक्टर अतम जीत सिंह बसरा, डिस्ट्रिक्ट आयुर्वेदा ऑफिसर , पंजाब ने बताया की कुछ समय से अफीम के प्रयोग से बनने वाली आयुर्वेदिक दवाई ( कामिनी, हब्बे मुमसिक और बरशासा इत्यादि ) के अवैध बिक्री की सूचनाये प्राप्त हो रही है | आयुर्वेद में अफीम के बढते दरुपयोग की रोकथाम के लिए पंजाब आयुर्वेद डिपार्टमेंट, अमृतसर और स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एन.सी.बी) अमृतसर मिलकर प्रयास कर रहे है |
ज्ञात करा दे कि श्री सचिन गुलेरिया, अधिक्षक, एन.सी.बी अमृतसर की अगुआई में, जनवरी, 2017 में एन.सी.बी, अमृतसर ने रामबाग, अमृतसर में अफीम युक्त आयुर्वेदिक दवाईयों के खिलाफ अभियान चलाया था जिसमे (1,35,000 आयुर्वेदिक कामिनी टेबलेट और 95.000 किलो बरशासा ) जब्त किया गया था | पूछताछ में अपराधी कोई BILL/दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए थे | श्री सचिन गुलेरिया, अधिक्षक, एन.सी.बी, अमृतसरने बताया कि ड्रग तश्करी में लिप्त व्यक्ति आयुर्वेद टेबलेट/कैप्सूल आदि में अफीम और ट्रामडोल मिलाकर पंजाब में बेच रहे है, जो बिना किसी फर्म यूनिट की मिलीभगत के सम्भव नहीं है और ऐसा पाए जाने पर उचित कार्यवाही की जाएगी | सेमिनार के माध्यम से यह भी बताया गया है कि कोई भी व्यक्ति बिना मानकों के आयुर्वेदिक दवाईयों का निर्माण ना करे और समय–समय पर पंजाब आयुर्वेद डिपार्टमेंट के द्वारा जारी दिशानिर्देशो का पालन करे |नशे से सम्बंधित किसी भी प्रकार की सुचना को स्वापक नियंत्रण ब्यूरो ( एन.सी.बी) अमृतसरके फ़ोन नो. +91-9465552233पर दिया जा सकता है |