अमृतसर : पंजाब को नशा मुक्त करने के लिए मुख्य मंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह की और से शुरू की गयी मुहीम के तहत आज बॉडर जोन के चार ज़िलों अमृतसर , तरण-तारण , गुरदासपुर व् पठानकोट के एस.डी.एम और डी.एस.पी की साथ मीटिंग कर एस.टी.एफ के आई जी आर.के जैस्वाल ने यह मुहीम के तहत किये गए कार्य की रिपोर्ट ली , वहा अगली रणनीती सांझी करते हुए बताया की अगस्त के महीने पंजाब में 600 सरकारी अधिकारियों ,जो की अचे बोलने वाले होंगे , पंजाब को नशा मुक्त करने के सिख्या चंडीगढ़ , बुला के दी जाये , जिसके लिए प्रोफेशनल सहयोग पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ दे रही हैं। उन्होंने बताया की 300 -300 के ग्रुप में यह ट्रैंनिंग दी जाएगी , जो की आगे अपने-अपने क्लस्टर अधिकारीयों को सिखिया करेंगे व् आगे क्लस्टर अधिकारी पिंड के वार्ड पधार तक नशा मुक्ति की सिख्या देंगे।
उन्होंने बताया की नशेड़ी लोगो को नशा मुक्त केंद्र तक लेके आना हमारी सब की पहली जीत है और आगे इनका इलाज करवा जहां इनको नयी ज़िन्दगी दी जायेगी, वहा दुसरे नौजवान को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया जाये। उन्होंने पुलिस अधिकारीयों को भी कहा की वोह नशा स्मगलर के खिलाफ मुहिम ढिल्ली ना पड़ने दी जाये और जो भी इंसान नशा बेचता पकड़ा गया , उसकी जायदाद जब्त करने की करवाई शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने कहा की अमृतसर व् गुरदासपुर का इलाका नशा तस्करी में गेटवे है और इसको नशे से बचना बड़ी चुनौती हैं।
नशा मुक्ति मुहीम के नोडल अधिकारी सीनियर आई.ए.एस राहुल तिवारी ने बताया की अभी तक सरे पंजाब में 3600 के करीब मीटिंग्स गांव के वार्ड में हो चुकी हैं। उन्होंने बताया की ज़ादातर मौत ओवरडोज़ से नहीं , बल्कि नशे में मिलावट कारन हुआ। उन्होंने मरीज़ो की गिणती बढ़ने के कारण 179 नये केंद्र खोलने के बारे विचार हो रहा हैं।
डिप्टी कमिश्नर कमलदीप सिंह संघा ने जिले की रिपोर्ट सांझी करते हुए भरोसा दिया की नशा मुक्ति के लिए पुलिस व् प्रशासन एक टीम बांके काम कर रहे है और आस है की इक का फयदा होगा। उन्होंने बताया की नशा मुक्त केंद्र में में लगातार नशेड़ी लोग इलाज के लिए आ रहे है, जो ी ाचा संकेत है। इस मोके पुलिस के एस.एस.पी परमपाल सिंह ने भरोसा दिलाया की जिले को १५ अगस्त तक नशा मुक्त कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया की हमारे पास सरे नशा तस्करों और नशेड़ियों की जानकारी आ चुकी है और इससे अमल कर रहे है। इस मोके पर वधिक डिप्टी कमिश्नर हिमांशु अग्गरवाल , गौरव तूरा ए.डी.सी.पी हेडकॉटर , सहयक कमिश्नर अलका कालिया और सीनियर अधिकारी भी उपस्तिथ थे।