जालन्धर (करतापूर) : जिलाधीश जालंधर श्री वरिन्दर कुमार शर्मा ने अलग-अलग स्कूलों के प्रिंसीपलों को कहा कि विद्यार्थियों को देश के स्वतंत्रता संग्राम के बारे में जानकारी देने के लिए जंग-ऐ-आजादी स्मारक के लिए विशेष दौर करवाया जाये।
आज यहाँ जंग-ऐ-आजादी स्मारक हाल में स्कूल प्रिंसीपल की मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए डिप्टी कमिशनर ने कहा राज्य की यह स्मारक विद्यार्थियों के साथ-साथ नौजवानों में देश निवासियों खास कर पंजाबियों ने देश को आजाद करवाने में दिये योगदान के बारे में जागरूकता पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभावेगी। उन्होने कहा कि विद्यार्थियों को इस विलक्षण स्मारक की सभी गैलरियों को देखने के लिए चार घंटो का समय अपेक्षित है जिस से स्कूल के प्रिंसीपल विद्यार्थियों के लिए यह टूर आम दिनों के दौरान ही आयोजित करें जिससे विद्यार्थियों को इतिहास से स6बन्धित महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सके। श्री शर्मा ने कहा कि विद्यार्थियों को इतिहास से जुडने को विश्वसनीय बनाना चाहिए जोकि उनकी पढाई का एक महत्वपूर्ण भाग है।
जिलाधीश ने कहा कि राज्य की यह कला भरपूर स्मारक राज्य और करतारपुर को सैर सपाटे के क्षेत्र में देश और दुनिया के न1शे पर उभारने में सहायक होगी। उन्होने कहा कि यादगार के द्वारा आने वाली पीढियों को हमारे अमीर विरसे देश भक्ति और देश की स्वतंत्रता के संघर्ष में से बलिदानों के बारे में जानकार प्राप्त करवाने में महत्वपूर्ण सिद्ध होगी। उन्होने कहा कि यह स्मारक जहाँ महान विरासत को अपने 5ाीतर सं5ााले बैठी है वहीं यह आरकीटैकट का एक सर्वोतम नमूना है। उन्होने कहा कि यह स्मारक हमारे स्वतंत्रता संग्रामियों की देन को एक सजदा है।
इस से पहले अजीत पत्र समूह के कार्यकारी संपादक और जंग-ए-आज़ादी स्मारक के उप प्रधान सतनाम मानक और जंग-ए-आज़ादी स्मारक के सचिव डा.लखविन्दर जौहल ने स्मारक की विलक्षणता और विशेषताओं प्रकाश डाला गया। उन्होने कहा कि इस स्मारक से न सिर्फ देश की आजादी की लडाई में बलिदान देने वाले महान शहीदों को सच्ची श्रद्धांजली दी गई है बल्कि यह राज्य में शैक्षिक और सांस्कृतिक के रूप में भी विकसित हो रही है।
मीटिंग के दौरान मुख्य तौर पर अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर जतिन्दर जोरवाल, सहायक कमिशनर (प्रशिक्षण अधीन) हिमांशु जैन उपस्थित थे।