सिविल और पुलिस प्रशासन ने शैक्षिक संस्थाओं में नशा विरोधी मुहिम शुरू करने की कि तैयारी

जालन्धर : पंजाब सरकार द्वारा नशे की बुरी लत को खत्म करने के लिए शुरु की गई मुहिम को ओर असरदार ढंग से लागू करने के लिए सिविल और पुलिस प्रशास द्वारा शैक्षिक संस्थाओं में विद्यार्थियों को साथ जोडने के लिए विशेष प्रयास 13  अगस्त को आरंभ की जा रही हैं। इस के अंतर्गत जहाँ उनको नशे के बुरे प्रभावों के बारे जागरूक किया जायेगा वहीं उनको इस मुहिम में भागीदार बनाने के लिए व्यापक योजनाबंदी बनाई गई है।

इस बारे में जिला प्रशासकीय कॉम्प्लेक्स  में एक मीटिंग के दौरान डिप्टी कमिशनर श्री वरिन्दर कुमार शर्मा और पुलिस कमिशनर श्री परवीन कुमार सिन्हा ने कहा कि हर शैक्षिक संस्थाओं में 6 वीं क्लास  से उपर के विद्यार्थियों का एक बडी (साथी) ग्रुप तैयार किया जायेगा जिस में 3  से 5  विद्याॢथयों को शामिल किया जायेगा। इस के अतिरिक्त क्लास  के अध्यापक /अध्यापिकों द्वारा ग्रुप में सीनियर साथी के तौर पर काम करेंगे जबकि स्कूल के प्रिंसिपल सुपर बडी के तौर पर सेवा निभायेंगे और सभी स्कूल की गतिविधियों के उतरदायत्व होंगे। हर बडी ग्रुप में हर सप्ताह 30  से 40  मिनट का एक नशे के विरोध मे प्रोग्राम किया जायेगा।

उन्होने कहा कि शैक्षिक संस्थाओं के नोडल अधिकारी प्रशासन और शैक्षिक संस्थाओं को जोडने का काम करेंगे। उन्होने कहा कि ग्रुप में शामिल किये जाने वाले बच्चों का चयन अध्यापकों द्वारा किया जायेगा इस के लिए मानसिक तौर पर मजबूत बच्चों को चुना जायेगा जिससे वह अपने साथियों को नशे के खात्मे के लिए यतनशील होने के लिए प्रेरित कर सकें। उन्होंने यह भी कहा कि ग्रुप के सदस्यों, नोडल अधिकारियों के लिए एक प्रशिक्षण प्रोग्राम भी जल्द ही शुरू किया जा रहा है।

दोनों आधिकारियों ने कहा कि बडी प्रोग्राम विशेष टास्क फोर्स के विशेषज्ञों द्वारा मनोविज्ञानियों की सहायता से तैयार किया गया है। उन्होने कहा कि 18  से 25  आयु वर्ग के नौजवानों का नशे की तरफ आकर्षित होने की संभावना सब से अधिक होती है, जिससे विद्यार्थियों को आपसी समझ से नशे के बरसाती प्रभाव से बचने के लिए प्रेरित किया जायेगा। उन्होने कहा कि नशे के खत्म करने के लिए अपनाई जाने वाली रणनीति में जानकारी, व्यवहार, भरोसा और अभ्यास  की महत्वपूर्ण जगह है जिससे सभी ग्रुपों को प्रशिक्षण दी जायेगी। उन्होने अध्यापकों को कहा कि वह बच्चों की पढाई के साथ-साथ इस सामाजिक बुराई के विरुद्ध जंग में भी अपना महत्वपूर्ण भूमिका निभायें।

इस अवसर पर ए.डी.सी. जतिन्दर जोरवाल, अतिरिक्त  डिप्टी कमिशनर आफ पुलिस सचिन गुप्ता, एस.डी.एम. परमवीर सिंह, नवनीत कौर बल्ल, वरिन्दरपाल सिंह बाजवा, डी.एस.पी. बलविन्दर इकबाल सिंह, सहायक कमिशनर (प्रशिक्षण अधीन) हिमांशु जैन, मैडीकल सुपरडैंट डा.के.एस. बावा, जिला शिक्षा अधिकारी सतनाम सिंह और रामपाल सैनी उपस्थित थे।

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