जालन्धर : प्रतिष्ठित मानी जाने वाली राष्ट्रीय मीन-कम-मैरिट वजीफा (एन.एम.एम.एस) और पी.एस.टी.एस.ई स्कीमों में लगातार बढिया प्रदर्शन करने से स्थानिक आदर्श नगर में स्थित लडकियों का सरकारी स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में नारी सशक्तिकरण में अहम योगदान डाल रही है। इस स्कूल की विद्यार्थियों ने इस वर्ष हुए एन.एम.एम.एस में 31 वजीफे प्राप्त किये हैं। जबकि स्कूल की 30 विद्यार्थियों ने पी.एस.टी.एस.ई में उपलब्धियां प्राप्त की हैं। लंबे समय से यह स्कूल समाज के कमजोर और पिछडे हुए वर्ग की छात्राओं को जहाँ मानक शिक्षा उपलब्ध करवा रहा है वहीं साथ-साथ ही यह स्कूल छात्राओं के संपूर्ण विकास के लिए ओर भी कई अहम प्रयास कर रहा है।
इस बारे में और ज्यादा जानकारी देते हुए जालन्धर के डिप्टी कमिशनर श्री वरिन्दर कुमार शर्मा ने कहा कि छात्राओं को शिक्षित करने में इस संस्था की तरफ से अहम योगदान दिया जा रहा है। उन्होने कहा एन.एम.एम.एस में एक प्रतिष्ठित टैस्ट होता है जिस में राष्ट्रीय स्तर के सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चे 8 वीं कक्षा के विद्यार्थी पहुँचख्करते हैं। उन्होने ने कहा कि इस पेपर को पास करने वाले बच्चों को 12 वी तक हर महीने 500 रुपए का वाजिफा मिलता है।
उन्होने कहा कि इस तरह पी.एस.टी.एस.ई के पेपर में सरकारी स्कूलों के 8वीं और 10 वीं के विद्यार्थी हिस्सा ले सकते हैं और चुने जाने की सूरत में 200 रुपए प्रति महीना वजीफा हासिल करते हैं। उन्होंने कहा कि इन बच्चों के लिए यह वजीफा हासिल करना हम सभी के लिए बडे गर्व वाली बात है। स्कूल की प्रिंसीपल खुशदीप कौर ने बच्चे की इस कामयाबी में खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह छात्राओं की मेहनत और अध्यापकों की शंजीदगी का नतीजा है। उन्होने ने कहा कि स्कूल के अध्यापक दीपक कुमार, रूबी बाला, नीतू और मनदीप कौर की तरफ से विद्याॢथयों की इस कामयाबी में अहम योगदान दिया है। उन्होंने बताया कि स्कूल की एक छात्रा सिवानी ने 2016 में हुए एन.एम.एम.एस की परीक्षा में राज्य भर में पहला स्थान हासिल लिया ।