जालन्धर : पंजाब सरकार द्वारा चलाए गए तंदुरुस्त पंजाब मिशन के अंतर्गत सिविल सर्जन डा.जसप्रीत कौर सेखों के दिशा निर्देश के अनुसार डेंगू बुखार, उलटी-दस्त, नान कम्युनिकेबल बीमारियों की रोकथाम और अन्य स्वास्थ्य प्रोग्रामों से सम्भन्दित हंस राज महिला महा विद्यालयों जालंधर में स्वास्थ्य जागरूकता सैमीनार करवाया गया। इस अवसर पर कार्यकारी प्रिंसिपल नीति सूद, जिला ऐपीडिमोलोजिस्ट डा.सतीश कुमार, किृपाल सिंह झली जिला समूह शिक्षा और सूचना अधिकारी, प्रो कुलजीत कौर, इंचार्ज रेड रिबन 1लब, प्रो गगनदीप, श्री मनजीत सिंह हैल्थ वर्कर और छात्राएँ उपस्थित थे।
इस अवसर पर जिला ऐपीडिमोलोजिस्ट डा.सतीश कुमार ने कहा कि डेंगू बुखार को गंभीरता से लेते हुए लोगों को इस से बचाव के लिए अधिक से अधिक जागरूक करने की जरूरत है। उन्होने कहा कि डेंगू बुखार की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग को पूर्ण सहयोग दिया जाये। डेंगू बुखार के आम लक्षणों के बारे में कहा कि इस दौरान व्यक्ति को तेज बुखार, तेज सिर दर्द होता है। मांस पेशियों और जोडों में दर्द रहता है। मरीज आँखों के पिछले हिस्से में दर्द महसूस करता है। जी कच्चा और उलटी आती हैं। हालत गंभीर होने पर नाक, मुँह और मसूड़ों में से खून बहना शुरू हो जाता है। डेंगू मच्छर साफ पानी में अपने अंडे देता और पलता है। इस लिए अपने घर के अंदर फरिजों की ट्रे, गमलों, छतों पर रखी वस्तुओं और आस-पास के ऐसे स्थानों पर पानी जमा न होने दिया जाये जहाँ डेंगू मच्छर पन्प सके। लोग अपने घर के अंदर कूलरों और पानी ठहरने के अन्य स्रोतों को सुखाये और अच्छी तरह सफाई के बाद ही उनका प्रयोग करें।
इस अवसर पर किरपाल सिंह झली जिला समूह शिक्षा और सूचना अधिकारी ने कहा कि आज की व्यस्त जीवन शैली में ज्यादा भाग-दौड होने के कारण मानसिक तौर पर मानव परेशान रहता है, जिस कारण बल्ड प्रेशर जैसी बीमारियाँ आम हो गई हैं। उन्होने कहा कि आज फास्ट और जनक फूड, तली हुई, चरबी और फैट वाले भोजन के ज्यादा प्रयोग करने से और शारीरिक काम-काज ना करने से बल्ड प्रेशर नार्मल से ज्यादा हो जाता है। उन्होने अपने खून के दबाव का स्तर जानने के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि हमें समय समय पर अपने बल्ड प्रेशर की जांच करवाते रहना चाहिए। उन्होने बताया कि बल्ड प्रेशर की बीमारी से बचने के लिए हमें अपना भार कंट्रोल में रखना चाहिए, संतुलित खुराक का सेवन करना चाहिए। उन्होने बताया कि नमक के साथ-साथ चाय और काफी कम मात्रा में लेना चाहिए। और नियमत कसरत करनी चाहिए। उन्होने कहा कि शुरुआत में कम समय से कसरत शुरू करके हर हफ्ते कसरत का समय बढाना चाहिए और कम से -कम 30 मिनट कसरत जरूर करनी चाहिए। उन्होने कहा कि कसरत करने के उपरांत आराम करने के बाद ज्यादा मात्रा में तरल पदार्थ लेने चाहिएं और कार्यालयों और अन्य स्थानों पर लिफ्ट की बजाय सीढिय़ों का प्रयोग करनी चाहिए।