जालन्धर : तंदुरुस्त पंजाब मिशन के अर्तगत लोगों और किसानों को धान की पराली जलाने के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करने के लिए अभियान को जारी रखते हुए, पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पी.पी.सी.बी) ने सोमवार को विभिन्न गांवों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है ताकि बुराई को ख़त्म किया जा सके। पी.पी.सी.बी की टीम जिसका नेतृत्व श्री ए.के काकर और श्री संदीप कुमार कर रहे है कि ओर से करतारपुर 4लॉक पडते गांवों जैसे, अंबागढ़, पासान, रहीमपुर, काला बहिया, मंड और शिवदासपुर गांवों का दौरा किया और धान की पराली को जलाने से पर्यावरण और स्वास्थ्य पडने वाले हानिकारक प्रभावों के बारे में ग्रामीण निवासियों और किसानों के बीच जागरूकता पैदा की गई ।
इस अवसर पर टीम के अधिकारियों द्वारा प्रत्येक गांव के पंचायत सदस्यों के साथ एक बैठक भी बुलाई गई और उन्होने इस बैठक के दौरान किसानो से फसलों के अवशेषों को ना जलाने की अपील की। इस अवसर पर पी.पी.सी.बी टीम द्वारा धान की पराली जो जलाने से होने वाले प्रदूषण से संबंधित पुस्तकों को ग्रामीण निवासियों और किसानों में बांटी गई। उन्होने किसानों को कहा कि सहकारी समितियों से किराए पर अति-आधूनिक मशीनों से धान की पराली को खेतों में ही जोत कर उसका उपयोग किया जाये जो खेत की उपजाऊ श1ित को बढाने के लिए बहुत ही लाभदायक है। इस अवसर पर पंचायत सदस्यों ने पी.पी.सी.बी टीम को विश्वास दिलवाया कि उनके गांवों के किसानों द्वारा धान की पराली नही जलाई जाये गई और पंजाब को साफ और हरा-भरा बनाने में अपना योगदान भी देंगे । इस अवसर पर प्रवक्ता ने कहा कि आने वाले दिनों में भी इस मुहिम को जारी रखा जायेगा ताकि राज्य में धान की पराली को आग लगाने के रूझान को पूरी तरह से ख़त्म किया जा सके।