लिस्बन : पंजाब के राजस्व, जल स्रोत और खनन मंत्री सुखबिन्दर सिंह सरकारिया द्वारा पुर्तगाल सरकार के जल स्रोतों संबंधी सैके्रटरी ऑफ स्टेट डा. कार्लोस मार्टिन्ज़ के साथ मुलाकात के दौरान जल प्रबंधन, नदियों की सफ़ाई और जल संरक्षण सम्बन्धी विस्तृत विचार -विमर्श किया गया। सरकारिया पुर्तगाल में भारत की अम्बैसी द्वारा दिए गए आमंत्रण पर दो दिनों के पुर्तगाल दौरे पर हैं। इस दौरान डा. मार्टिन्ज़ ने पुर्तगाल सरकार की तरफ से कुदरती जल स्रोत टैगस की सफलतापूर्वक की गई सफ़ाई बारे जानकारी दी। उन्होंने बताया कि टैगस कुदरती जल स्रोत पश्चिमी यूरोप का सबसे बड़ा जल स्रोत है जिसके किनारे पर 19 नगर कौंसिलें स्थित हैं और 28 लाख लोग बसते हैं। उन्होंने बताया कि एक समय पर टैगस पश्चिमी यूरोप का सबसे प्रदूषित नदी थी जिसको अब प्रदूषण मुक्त कर दिया गया है और इसके 35 किनारों पर बीच बनाए गए हैं जोकि इतने साफ़ -सुथरे और स्वच्छ पानी वाले हैं कि वहाँ लोग नहा भी सकते हैं।
उन्होंने कहा कि इससे पहले प्रदूषण के कारण इस पानी में जीव -जंतुओं का अस्तित्व संभव नहीं था परन्तु अब डॉलफिन मछलियां बड़ी संख्या में देखी जा सकतीं हैं जिससे यह सिद्ध होता है कि यह पानी कितना साफ़ और शुद्ध है। पानी को साफ़ करने की ज़रूरत अनुसार वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट योजनाबद्ध तरीके से स्थापित किये गए हैं। इसके अलावा साफ़ किये पानी के पुन: प्रयोग का प्रबंध भी किया गया है। उन्होंने बताया कि विकास के रास्तो में आधुनिक तकनीकों का प्रयोग इस तरीके से किया जा रहा है जिससे कि इसका पर्यावरण पर कम से कम बुरा प्रभाव पड़े।
सरकारिया ने पुर्तगाल सरकार द्वारा नदियों की सफलतापूर्वक की गई सफ़ाई के प्रति भरपूर रुचि दिखाई और डा. मार्टिन्ज़ को विनती की कि वह माहिरों की एक टीम को पंजाब भेजें जिससे इस तरह के प्रोजैक्ट की पंजाब में भी संभावनाएं तलाशी जा सकें। उन्होंने यह भी कहा कि भूजल के स्तर को ऊँचा उठाने के लिए आधुनिक तकनीकें पंजाब के साथ साझी की जाएँ। इस अवसर पर सरकारिया के साथ पुर्तगाल में भारत की राजदूत के. नन्दिनी सिंगला, पुर्तगाल में भारतीय अम्बैसी के फस्ट सैक्ट्री अमराराम गुर्जर और पंजाब के सूचना एवं लोक संपर्क विभाग के सचिव गुरकिरत कृपाल सिंह भी उपस्थित थे।