जालन्धर : डिप्टी कमिश्नर वरिंदर कुमार शर्मा ने गुरुवार को अधिकारियों को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से मातृत्व लाभ योजना को शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जोरदार जागरूकता अ5िायान चलाने के लिए कहा । डिप्टी कमिश्नर ने विस्तरित जानकारी देते हुए कहा कि इस योजना के अंर्तगत गर्भवती महिलाओं को पहले बच्चे के प्रसव के लिए 5000 रुपये की वित्तीय सहायता दी जायगी। उन्होने बताया कि गर्वभती महिलाओं को अंतिम मासिक धर्म अवधि की तीथि के 150 दिनों के भीतर नजदीक आंगनवाडी केन्द्रों में खुद को पंजीकृत करवाना होगा और उन्हें मदर-चाइल्ड हेल्थ कार्ड बनवाना होगा।उन्होने कहा कि यह वित्तीय सहायता तीन किश्तों में दी जायेगी। पहली किश्त गभावस्था के पंजीकरण के बाद 1000 रुपये, दूसरी गर्भावस्था के छह महीने हुए चेम्प के बाद 2000 रुपये और तीसरी किश्त बच्चे के जन्म लेने पर बच्चे के रजिस्ट्रेशन के बाद 2000 रुपये की किश्त दी जायेगी ।
उन्होने कहा कि जिन महिलाओं का पहला बच्चा 1 जनवरी 2017 के बाद हुआ है वह इस योजना का लाभ ले सकते हैं। उन्होने कहा कि इस योजना का ला5ा लेने के लिए लाभपत्रियों के निजी बैंक खाते होना चाहिए । उन्होने यह भी कहा कि इस लाभ के साथ-साथ सरकार द्वारा प्रदान किये जाने वाले लाभ अतिरिक्त होंगे। शर्मा ने कहा कि इस योजना का अधिक-से-अधिक लाभ लेने के लिए गर्भवती महिलाओं को रजिस्ट्रड किया जाये। स्वास्थ्य एवं पोषण कमेटी को कहा कि अधिक-से-अधिक से मीटिंग करके जमीनी स्तर पर महिलाओं में इस स्कीम बारे जागरूकता पैदा करें ।डिप्टी कमिशनर ने स्वास्थ्य आधिकारियों को गर्भवती औरतों का विवरण जिला प्रोग्राम कार्यालय में देने के लिए कहा जिससे औरतों को लाभ पहुँचाया जा सके। इस अवसर पर सिविल सर्जन डा.राजेश कुमार बगा, मैडीकल सुपरटैंट डा. जसमीत कौर बावा, जिला टीकाकरण अधिकारी डा.तरसेम सिंह, जिला परिवार और कल्याण अधिकारी अधिकारी डा. सुरिन्दर कुमार, डा टी ओ सिंह, डा. हरप्रीत मान, डा. सतीश कुमार, डा. शोभना, जिला मांस मीडिया अधिकारी किरपाल सिंह झली और अन्य उपस्थित थे।