मतदान के बिल्कुल मौके रोक लगानी लोकतंत्र के साथ खीलवाड़: भाग सिंह अनखी

अमृतसर :  सिक्ख कौम के 116 साल पुरानी संस्था चीफ ख़ालसा दीवान की 2 दिसंबर को होने जा रही मतदान प्रतिस्थानिक अदालत की तरफ से दूसरी पक्ष का पक्ष सुने बिना रोक लगाना जहाँ लोक तंत्र के साथ खीलवाड़ है, वहाँ सेही विरोधियों की तरफ से अदालत की घंटी खडक़ाउना साबित करता है कि यहलोग श्री अकाल तख़्त के भी भगौड़े हैं । इस बात का दिखावा आज मतदान पर रोक के हुक्म आने से तुंरत बाद अध्यक्षीय की चयन लड़ रहे सर: निर्मल सिंह ठेकेदार, सर: इन्दरबीर सिंह निज्जर, सर: सविन्दर सिंह कत्थूनंगल, सर सुखदेव सिंह मत्तेवाल, सर: सुरिन्दर सिंह रुमालों वाले ने भाग सिंह अनखी, राज महेन्दर सिंह मजीठा की मौजुदगी में सांझे तौर पर प्रैस कानफरस दौरान किया । नेताओं ने कहा कि यह पहली बार देखने में आया है कि किसी बड़े कारण से बिना किसी चयन से एक दिन पहला किसी अदालत की तरफ से रोक लगादी गई हो। उन्होंने इस पीछे विरोधी पक्ष की गहरी साजिश बताते कहा कि हमारा विरोधी धढ़ा अपनी हार को देखते हुए बुखलाहट में आ गया है और हर तरह ओछे हत्थकंडे इस्तेमाल कर रहा है ।

उन्होंने कहा कि चयन प्रक्रिया शुरू हो कर आज आखिरी पड़ाव पर आखिरी दिनथा, कि अचानक अदालत की तरफ से हमारा पक्ष सुने बगैर ही चयन प्रतिस्टे देदिया गया और दीवान को 7 दिसंबर को पेश होने के लिए कहा गया। उन बताया कि उन की टीम उक्त फ़ैसले खि़लाफ़ उच्च अदालतों तक पहुँच करेगी। उन्होंने कहा कि विरोधियों दीवान को बिना वजाह कानूनी प्रक्रिया में लपेट कर दीवान का नांकेवल लाखों रुपए का नुक्सान किया गया वहां इस ने दीवान की छवि को भी एक बारफिर खऱाब करन की कोशिश की है । जिस की कि वह सख़्त निषिद्धता करते हैं । नेताओं  ने दोषलगाया कि यह सब कुछ उन्होंने लोगों की तरफ से किया गया जो दीवान को अपने कारोबारी लाभ के लिए चल्हा रहे थे और वह नयी आने वाली टीम की तरफ सेदीवान को फिर चड़दी कल्हा में लाई जाने को नहीं था देखना चाहते। नेताओं ने कहा कि उनके विरोधियों को चयन  प्रचार दौरान दीवान के बुद्धिमान वोटरों की तरफ से कोई स्वीकृति न देते बुरों तरह नकार दिए गए थे। मतदान को टालने के लिए विरोधियों ने अगजैटिव की मीटिंग का सहारा लिया जहाँ सेभी उन को मुँह की खानी पड़ी।

किसी बन्ने बात न बनी दिया उन्होंने कौम के सर्व उच्च स्थान श्री अकाल तख़्त साहब पर जा पहुँचे, परन्तु समय की नज़ाकत को समझते हुए आदरणीय जत्थेदार साहब जी ने भी उचित फ़ैसला सुनाया। अब सभी तरफ से निराश हो कर उन का दुनियाबी अदालत में जाना यह साबित करता है कि यह लोग श्री अकाल तख़्त से भी भगौड़े हैं । निर्मल सिंह ने कहा कि दीवान की बेहतरी के लिए हम किसी भी कानूनी प्रक्रिया से पीछे नहीं हटेंगे, विरोधियों की हरसाजिश को बेनकाब करके इस का संगत के सहयोग के साथ उपयुक्त जवाबदेंगे । मीदवारों  ने वोट पहनने के लिए मुम्बयी, कानपुर, दिल्ली आदि दूर दूर गामे राज्यों से आए और आ रहे मैं बर साहबानों की तबाहख्वारी के लिए उनसे क्षमायाचनाकी और दूर के पास से पहुँचे मैंबर साहबों की तरफ से दुखत कलीफ क़ोन समझने के लिए विरोधियोंको आड़े हाथों लिया। इस मौके बहु संख्या सदस्यों ने इसना मवर संस्था को अदालत में घसी सणप्रतिबुरा मनाया और उन्होंने निर्मल सिंह और साथियों को विश्वासदु आया कि अब हम आगामी तारीख़ पर होने वाली चयन में ओर मज़बूती के साथ विचरेंगे और बड़ी संख्या वोटों के साथ जीत प्राप्त करेंगे। उन कहा कि विरोधियों की तरफ से इस्तेमाल करे जा रहे हरेक तरह के ओछे हत्थकंड्यों का ढुक्कवा जवाब देते रहेंगे और साथ ही सारलिया ने प्रण किया क्या चीफ़ खालसा दीवान की चढ़ती कलह और बेहतरी के लिए तत्पर रहेंगे चाहे हमें कोई भी बलि करनी पड़े। इस मौके रजिन्दर सिंह मरवाह, इंजी: जसपाल सिंह, अवतार सिंह, जतिन्दर सिंह भाटिया, मनमोहन सिंह, जसपाल सिंह ढिल्लों, ज़ुकाम सुखजिन्दर सिंह, सतनाम सिंह मुम्बयी, विक्रम सिंह दिल्ली, भुपिन्दर सिंह कानपुर, पिरो: हरी सिंह, भगवंत पाल सिंह सच्चर, पिरो सरचांद सिंह, मनजीत सिंह दोसांझ आदि उपस्थित थे।

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