सुलतानपुर लोधी/आदमपुर/शाहकोट : शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज कहा कि पंजाब में अमरिंदर सरकार के विरूद्ध जबरदस्त सत्ता विरोधी लहर है तथा मुख्यमंत्री को अपने निर्वाचन क्षेत्र पटियाला से अपमानजनक हार का सामना करना पड़ रहा है।आज जालंधर तथा खडूर साहिब निर्वाचन क्षेत्रों में बड़ी चुनाव रैलियों को संबोधित करते हुए सरदार बादल ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंद की पंजाब में टाट के बोरे ने होने के कारण गेंहू की खरीद में आ रही रूकावट का दोष दूसरे पर लगाने के लिए सख्त निंदा की।
सरदार बादल ने कहा कि पंजाब के किसान कैप्टन अमरिंदर की गेंहू की खरीद के प्रबंधो के प्रति की लापरवाही की कीमत चुका रहे हैं।उन्होने कहा कि गेंहू की खरीद किसानों के लिए जिंदगी तथा मौत का सवाल होती है। अमरिंदर सोया रहा तथा विलासिता में डूबा रहा तथा उसकी सरकार ने जनवरी तक टाट के बोरों का आर्डर नही भेजा। उन्होने कहा कि अकाली-भाजपा सरकार के समय हम गेंहू की खरीद शुरू होने से 5-6 महीने पहले नवंबर तक टाट के बोरों का आर्डर भेज देते थे। उन्होने कहा कि अमरिंदर जानता है कि टाट के बोरों का प्रबंध करने तथा भेजने में समय लगता है। फिर उसकी सरकार ने यह आर्डर देरी से क्यों भेजा?
सरदार बादल ने कहा कि पंजाब में सरकार नाम की कोई चीज नही है, क्योंकि अमरिदंर पिछले दो साल से अदृश्य है। उन्होने कहा कि वह बिल्कूल ही अन्य कारणों से खबरों में रहा है। सरदार बादल ने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा बढ़ाए बिजली के बिलों ने गरीब तथा मध्यम वर्ग के लोगों की चींखे निकलवा रखी हैं। उन किसानों को कहा कि लोकसभा चुनाव खत्म होते ही वह ट्यूबवैल बिलों का सामना करने के लिए तैयार रहें। सरदार बादल ने कहा कि असेंबली चुनावों से पहले कांग्रेस ने लोगों से बड़े बड़े वादे किए थे। अमरिंदर ने गुटका साहिब तथा श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज के पवित्र चरणों की सौगंध खाकर वादे किए थे।
उन्होने कहा कि अमरिंदर न सिर्फ अपने किए वादों से मुकर गया, बल्कि उसने किसानों, व्यापारियों तथा राज्य के गरीब लोगों को अकाली भाजपा सरकार द्वारा दी सभी सुविधाओं को भी बंद कर दिया। उन्होने कहा कि अब कोई शगुन, पैंशन, आटा दाल, 50 हजार रूपए तक का मुफ्त इलाज नही मिलता है। न सुविधा केंद्र रहे, न लड़कियों को मुफ्त साईकिल, न मुफ्त वर्दियां तथा न ही स्पोर्टस की मुफ्त किटें ही मिलती हैं। उन्होने कहा कि अमरिंदर द्वारा दिन दहाड़े की इस बेअदबी को पंजाबी कभी नही भुलाएंगे। सरदार बादल ने कहा कि सरदार परकाश सिंह बादल के नेतृत्व वाली अकाली-भाजपा सरकार ने संस्कृति के संरक्षण के लिए दिन रात एक कर दिया था जबकि कैप्टन के पास ऐसे कार्यों के लिए समय ही नही है।