जालंधर : स्वास्थ्य विभाग की एंटी लार्वा सेल ने मंगलवार को तंदरुस्त पंजाब अभियान के अधीन पानी से होने वाली बीमारियों संबंधी जाँच दौरान शहर के 10 स्थानों पर 43 डेंगू के लारवा केसों के बारे में पता लगाया। राजविंदर सिंह, शेर सिंह, पवन कुमार, कमलदीप, संजीव कुमार, जसविंदर सिंह, सरबजीत, अमित कुमार, राज कुमार, सतवंत सिंह और सतपाल की अगुवाई में एंटी लारवा सैल की अलग-अलग टीमों ने पंजाब हाउसिंग बोर्ड कालोनी, बस्ती गुजां, दुर्गा कालोनी, बनचिट नगर, मोहल्ला करर खान, सुभाश नगर, रेलवे कालोनी,मोती नगर, बैंक कालोनी और रेरू गांव में विशेष चेकिंग की।
टीमों ने 2115 की आबादी को कवर करने वाले 515 घरों का दौरा किया और 233 कूलरों और 747 खराब कंटेनरों की जाँच की।टीम ने 43 मामले देखे जिनमें पंजाब हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, बनचट नगर, मोती नगर में छह, और दुर्गा कालोनी, बैंक कालोनी में पांच मामले, करार खान मोहल्ला में चार, सुभाश नगर, रेलवे कालोनी और बस्ती गुज़ां में तीन मामले शामिल हैं।
टीम के सदस्यों ने निवासियों को बताया कि डेंगू, मलेरिया, और बीमारियों को फैलाने के लिए सूखे कूलर, कंटेनर मच्छरों के प्रजनन स्थल के रूप में काम कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य मच्छरों के लारवा के उत्पादन के लिए संवेदनशील स्थानों की पहचान करना है। उन्होंने कहा कि विशेष निरीक्षण तंदरूस्त पंजाब अभियान ड्राइव का एक हिस्सा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पानी से होने वाली बीमारियों को पहले से अच्छी तरह से जांचा गया है।