
कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर :जालंधर को अनीमीया मुक्त बनाने के लिए पोषण अभियान के अंतर्गत शुरू किया गई जागरूकता मुहिम के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं, दूध पिलाने वाली माताओं और लड़कियाँ को रोज़ाना पौष्टिक आहार लेने को विश्वसनीय बनाने के लिए स्वास्थ्य और महिला और बाल विकास विभाग की सांझी टीमों ने सरकारी स्कूलों में जागरूकता सैमीनार करवाए ।
इस अवसर पर टीम सदस्यों ने बताया कि महिलाओं और किशोर उम्र की लड़कियों में अनीमिया बहुत गंभीर समस्या है और इसे जल्द ख़त्म करने की ज़रूरत है, क्योंकि इससे उनको स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उन्होनें कहा कि अनीमीया ख़ून में लाल सैलों के कम होने साथ या ख़ून में हीमोग्लोबिन का स्तर कम होने से होता है जिस के साथ थकावट महसूस होने के साथ-साथ शारीरिक विकास रुक जाता है।
इस अवसर पर माहिरों ने बताया कि यह अनीमीया की समस्या आइरन की कमी और पौष्टिक आहार की कमी के कारण होती है इस लिए लड़कियों को हरी सब्जियाँ, फल, दालें, दूध,पनीर नियमत तौर पर लेने के साथ योगा और अन्य शारीरिक गतिविधियों को मज़बूत शरीर के लिए करना चाहिए। उन्होनें कहा कि खाने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह साफ़ करना चाहिए।
उन्होनें बताया कि आज-कल जंक फूड और असंतुलित ख़ुराक लोगों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर मसला बना हुआ है और लोगों को सेहतमंद रहना है तो पौष्टिक ख़ुराक अति आवश्यक है।
इस तरह कृषि और किसान कल्याण विभाग ने भी किसानों को कुदरती खेती प्रति प्रेरित करने के लिए बैठक की। उन्होनें कहा कि फसलों पर बिना ज़रूरत कीट नाशकों का छिड़काव न किया जाये क्योंकि इससे कई पौष्टिक तत्व नष्ट हो जाते हैं।
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