कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर, 19 जुलाई: (राहुल सोनी ) भाजयुमो जिला अध्यक्ष गौतम अरोड़ा ने कैप्टन सरकार द्वारा केबिनेट में सरकारी कॉलेजों में डॉक्टरी के विद्यार्थीयों की सालाना फीस में की गयी बढ़ोतरी पर कड़ा संज्ञान लेते हुए कहा कि कैप्टन सरकार का युवाओं के भविष्य के लिए एक दुर्भाग्यपूर्ण व निंदनीय फैंसला दिया है। गौतम अरोड़ा ने प्रेसवार्ता मे कैप्टन सरकार को युवाओ विरोधी सरकार करार दिया। गौतम अरोड़ा के साथ मेडिकल कालेज विद्यार्थी संघ के अध्यक्ष वैभव चावला भी उपस्थित थे।
गौतम अरोड़ा ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सत्ता में आने से पहले पंजाब के युवाओ से बड़े बड़े वायदे किये थे जैसे की घर घर नौकरी, स्मार्ट फोन, बेरोज़गारी भत्ता आदि। लेकिन सब हवा में उडा दिए पंजाब के नोजवानो को दिया तो सिर्फ नशा, बेरोज़गारी व नोकरियो के लिए दर दर भटकने की सजा।
अगर कोई पढ़ाई में अच्छा विद्यार्थी को डॉक्टर बनने की कोशिश कर रहा है तो उसको एमबीबीएस पड़ने के लिए पंजाब में फीस ही इतनी बड़ा दी की उसकी पहुँच से दूर हो गयी है। गौतम ने कहाकि सिर्फ पंजाब की कैप्टन सरकार ही युवाओं के भविष्य पर ताला जड़ कर खड़ी है और विद्यार्थीयों के खिलाफ ही इसे निंदनीय फैंसले ले रही है। इसके विपरीत हरियाणा, हिमाचल प्रदेश में मेडिकल विद्यार्थीयों की सालाना फीस पंजाब से तीन गुना कम है।
गौतम ने कहाकि मेडिकल विद्यार्थीयों की फीस में वृद्धि के पीछे सरकार का यह तर्क देना की कोविड-19 के लिए मशीनरी खरीदने के लिए यह फीस बड़ाई गयी है, बहुत ही शर्मनाक तर्क है। सरकार रेत माफिया के करोड़ो के कर्जे, शारब माफिया को सरक्षण देना अपने मंत्रियो को सभी सुविधाएं देना,ओएसडी का खर्च तो उठा सकती है लेकिन नोजवानो और युवाओं को कोई सहूलत देने को तैयार नहीं है।
गौतम अरोड़ा ने कहाकि सरकार जल्द से जल्द विद्यार्थी विरोधी फैंसले को वापिस ले और मेडिकल छात्रों की फीस में की गयी वृद्धि को ख़तम करें नहीं तो भाजयुमो विद्यार्थीयों के लिए संघर्ष करते हुए सरकार के खिलाफ सड़को पर उतरने में कोई गुरेज नहीं करेंगी।