कमिशन की जांच को खारिज किया, कहा कि स्वतंत्र जांच के लिए मिलीभगत का पर्दाफाश करने की जरूरत

कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर/31जुलाई: शिरोमणी अकाली दल ने कांग्रेस विधायक सुखविंदर सिंह डैनी और वन निगम के चेयरमैन साधु सिंह संधु के खिलाफ अवैध शराब की बिक्री को संरक्षण देने के आरोप का मामला दर्ज करने की मांग की है।

यहां एक प्रेस कांफं्रेस को संबोधित करते हुए शिरोमणी अकाली दल के प्रवक्ता विरसा सिंह वल्टोजा, मलकीत सिंह एआर, तलबीर सिंह गिल, गुरप्रताप टिक्का तथा सुखराज मुछाल ने भी संबधित एसएसओ तथा डीएसपी को बर्खास्त करने की मांग की है, जिन्हे नकली शराब की बिक्री की जानकारी थी लेकिन कांग्रेसी विधायकों के दबाव के चलते कोई कार्रवाई नही की। उन्होने कहा कि डीएसपी मंजीत सिंह पर भी चार पीड़ितों के पोस्टमार्टम की अनुमति नही होने देेने के लिए मामला दर्ज किया जाना चाहिए और पीड़ित परिवारों पर यह कहने का दबाब बनाया कि उनके परिवार के सदस्यों की मौत नकली शराब पीने से नही अन्य कारणों से हुई है।

सरदार विरसा सिंह वल्टोहा ने कहा कि जहरीली शराब की व्यापक बिक्री की जिम्मेदारी तय करने के लिए उच्च स्तरीय जांच की भी जरूरत है। उन्होने कहा कि जांच में कांग्रेसी नंेताओं और पुलिस बल के बीच मिलीभगत की भी जांच होनी चाहिए जिसके कारण ऐसा हो रहा था। उन्होने डिवीजनल कमिशनर की जांच को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि ज्यादा देरी हो चुकी है तथा इससे कोई उद्देश्य पूरा नही होगा। उन्होने कहा कि कमिशनर से उम्मीद नही है कि वे संगठित गिरोहों के साथ साथ इस रैकेट को चलाने वाले वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं और विधायकों के खिलाफ जाकर काम करें।

अकाली नेताओं ने कहा कि राज्य को पहले ही 5600 करोड़ रूपये का आबकारी राजस्व का नुकसान हो चुका है क्योंकि सरकार ने डिस्टिलरी से सीधे शराब की बिक्री के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की, कांग्रेसी नेताओं द्वारा संरक्षण प्राप्त अवैध डिस्टिलरी और बॉटलिंग संयत्रों की बेतहाशा बढ़ोतरी पर अंकुश नही लगाया और अंतरराज्यीय अवैध शराब तस्करी के लिए आखें बंद कर ली। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री के धार्मिक सलाहकार परमजीत सिंह सरना के परिवार की चीनी मिल से अवैध शराब का ट्रक बरामद किया गया लेकिन कोई कार्रवाई नही की गई। उन्होने कहा कि इसी तरह सरकार राजपुरा अवैध डिस्टिलरी केस में प्रवर्तन निदेशालय को आवश्यक ब्यौरा उपलब्ध नही करा रही थी। उन्होने कहा कि खन्ना और राजपुरा अवैध बॉटलिंग प्लांट के केस में मामले में लॉकडाउन के दौरान रोपड़ से शराब की अवैध बिक्री के लिए कोई कार्रवाई नही की गई।

अकाली नेताओं ने कहा कि यह साबित हो चुका है कि कोई कार्रवाई नही की जा रही है क्योंकि कांग्रेसी नेताओं की शराब माफिया के साथ मिलीभगत है। उन्होने कहा कि मुछाल हूच त्रासदी मामले में जब तक न्याय नही मिलता और कांग्रेसी नेताओं सहित सभी जिम्मेदार लोगों को सजा नही दिलाई जाती , तब तक अकाली दल आराम से नही बैठेगा।

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