युद्ध नशों के खिलाफ अभियान को ज़मीनी स्तर पर लागू करने में वार्ड और ग्रामीण डिफेंस कमेटियों का योगदान महत्वपूर्ण : ए.सी.पी. जसपाल सिंह

कल्याण केसरी न्यूज़, अमृतसर, 8 नवंबर 2025: विधानसभा क्षेत्र अमृतसर सेंट्रल के अधीन कार्यरत ग्रामीण और वार्ड डिफेंस कमेटियों के सदस्यों के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया। इस सत्र में विभिन्न वक्ताओं ने पंजाब सरकार द्वारा “युद्ध नशों के खिलाफ” अभियान के तहत किए जा रहे प्रयासों की जानकारी देने के साथ-साथ ग्रामीण और वार्ड डिफेंस कमेटियों को मज़बूत बनाने के लिए किए जा रहे सरकारी उपायों के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम के दौरान ए.सी.पी. सेंट्रल जसपाल सिंह, नशा मुक्ति मोर्चा के जिला प्रधान दीक्षित धवन, ई.ओ. दिनेश सूरी, जिला वाइस कोऑर्डिनेटर हनी नाहर, जय कुश बुट्टर, तरुणवीर रंधावा, कैंडी, राजेश हांडा, पंकज सोए, कुलवंत सिंह तथा मोर्चे के ब्लॉक कोऑर्डिनेटर उपस्थित रहे।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए ए.सी.पी. सेंट्रल जसपाल सिंह ने कहा कि “युद्ध नशों के खिलाफ” अभियान नशे को जड़ से समाप्त करने और नशा तस्करों को कानून के दायरे में लाने की अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि नशे के नेटवर्क को खत्म करने के लिए नशा तस्करों की गैरकानूनी तरीके से अर्जित संपत्तियों को बुलडोज़र से गिराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस अभियान को ज़मीनी स्तर पर सफलतापूर्वक लागू करने में वार्ड और ग्रामीण डिफेंस कमेटियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इस मौके पर नशा मुक्ति मोर्चा के जिला कोऑर्डिनेटर दीक्षित धवन ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने पुलिस विभाग को कार्रवाई करने के पूर्ण अधिकार दिए हैं और सैकड़ों नशा तस्करों को जेल के पीछे भेजा जा चुका है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण डिफेंस कमेटी गांव के लोगों को नशे के संकट से निपटने के लिए सशक्त बनाने की एक दूरदर्शी पहल है। ये कमेटियाँ आम जनता, पुलिस और सिविल प्रशासन के बीच समन्वय स्थापित कर नशे के खिलाफ जनजागरण फैलाने, नशा पीड़ित व्यक्तियों को नशा छोड़ने के लिए प्रेरित करने तथा नशा तस्करों की गतिविधियों के बारे में पुलिस को गोपनीय जानकारी देने का कार्य कर रही हैं।
इस अवसर पर ई.ओ. दिनेश सूरी ने अपील की कि नशे की दलदल में फंसे लोगों को स्वस्थ जीवन की ओर लौटाने और नशा तस्करों को जेल तक पहुँचाने के लिए चलाए जा रहे इस अभियान में हर नागरिक को सक्रिय सहयोग देना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान ग्रामीण और वार्ड डिफेंस कमेटियों के सदस्यों को नशा रोकथाम से संबंधित मोबाइल एप्लिकेशन के उपयोग के बारे में विशेष प्रशिक्षण दिया गया और उन्हें अधिक से अधिक इसका उपयोग करने के लिए प्रेरित किया गया।

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