पंजाब की सांप्रदायिक सांझ को ढहाने के लिए हो रही हैं टारगेट किलिंग: सुनील जाखड़

कल्याण केसरी न्यूज़, चंडीगढ़, 18 नवंबर 2025: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने आज फिरोजपुर में कहा कि प्रदेश में सांप्रदायिक सांझ को तोड़ने के मकसद से टारगेट किलिंग (चुन-चुनकर हत्याएं) की जा रही हैं, जबकि राज्य की आम आदमी पार्टी की सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है।
वे आज यहां आरएसएस नेता बलदेव राज अरोड़ा के बेटे नवीन अरोड़ा की गोली मारकर की गई हत्या के बाद परिवार से दुख साझा करने पहुंचे थे।
इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत में सुनील जाखड़ ने कहा कि एक तरफ गैंगस्टर लगातार लोगों को निशाना बना रहे हैं और अब पंजाब की सांप्रदेनिक सांझ को बर्बाद करने के इरादे से दिन-दिहाड़े आरएसएस नेता के बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। उन्होंने कहा कि यह पंजाबियत पर हमला है और कोई भी पंजाबी इसे बर्दाश्त नहीं करेगा।
उन्होंने कहा कि पहले आरएसएस नेता जगदीश गगनेजा, फिर विकास बग्गा और अब नवीन अरोड़ा की हत्या एक ही तरह से हुई है, जो किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा करती है जो पंजाब के भाईचारे को खराब करना चाहती है।
उन्होंने कहा कि आज जब हम श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस मना रहे हैं, जिन्होंने धर्मनिरपेक्षता के लिए अपना बलिदान दिया था, ऐसे समय में इस तरह की सुनियोजित हत्याएं पंजाब और पंजाबियत के माथे पर कलंक बन रही हैं। लेकिन सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाने में असफल हो रही है और अभी तक इस मामले में सरकार की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया भी नहीं आई है।
उन्होंने कहा कि समाज में फूट डालने की यह गंदी सोच लग रही है और इसे सख्ती से रोका जाना चाहिए। यह बेहद चिंताजनक है और सरकार की चुप्पी और भी चिंता बढ़ा रही है। दोषियों की पहचान हो और जो लोग राज्य में जहर बो रहे हैं, उन्हें कड़ी सजाएं मिलनी चाहिए।
उन्होंने सभी पंजाबियों से अपील की कि वे आपसी भाईचारा बनाए रखें और ऐसी समाज व पंजाब विरोधी ताकतों को कामयाब न होने दें।
सुनील जाखड़ ने इस मौके पर आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल द्वारा 6 नवंबर को तरन तारन में दिए उस बयान को फिर याद दिलाया जिसमें केजरीवाल ने सात दिनों में पंजाब से गैंगस्टर खत्म करने का वादा किया था। उन्होंने कहा कि सात दिन तो बहुत पहले बीत चुके हैं, लेकिन वह वादा सिर्फ एक चुनावी जुमला साबित हुआ है, जबकि पंजाब के लोग डर और दहशत के माहौल में जीने को मजबूर हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने अपनी दिल्ली लीडरशिप के आगे घुटने टेक रखे हैं, इसलिए उनकी प्रशासन पर कोई पकड़ नहीं है और पंजाब की जो भी दुर्दशा हो रही है, उसके लिए आम आदमी पार्टी की सीनियर लीडरशिप सीधे तौर पर जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि आम आदमी पार्टी की सीनियर लीडरशिप पंजाब छोड़ दे, क्योंकि पंजाबी खुद पंजाब संभालना जानते हैं।

Check Also

जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव: नामांकन भरने के अंतिम दिन तक जिला परिषद के लिए कुल 114 और पंचायत समितियों के लिए 745 नामांकन दाखिल

5 दिसंबर को होगी नामांकन पत्रों की जांच, 6 दिसंबर को दोपहर 3 बजे तक …