जालंधर : कृषि विभाग द्वारा किसानों को जारी किये गए सोईल हैल्थ कार्ड किसानों के लिए काफी लाभदायक सिद्ध हो रहे हैं क्योंकि इससे उनके खेती लागत खर्च कम होने के साथ साथ लाभ में बढोतरी भी हो रही हैं।
इस बारे में जानकारी देते हुए जालन्धर के जिलाधीश श्री वरिन्दर कुमार शर्मा ने बताया कि कृषि विभाग ने अब तक 29711 मिट्टी के नूमने जालंधर जिले में लिये गये हैं। उन्होंने बताया जालंधर पश्चिमी से 3780 , पूर्वी और नोकदर ब्लाक में 2904 भोगपुर से, 1870 नूरमहल से, 2980 शाहकोट से, 2960 लोहियाँ से, 1750 रुड़का कलाँ से, 2990 फिलौर से, 2917 आदमपुर ब्लाक में लिए गए हैं। उन्होने बताया कि जालन्धर में कुल 26114 मिट्टी हैल्थ कार्ड जारी कर दिए गए हैं। जिसके द्वारा जमीन की जरूरत के अनुसार 2ााद के प्रयोग की उपयु1त मात्रा के बारे में पता लग सकता है।
उन्होने कहा कि इस टीम के अंतर्गत विशेषज्ञों द्वारा मिट्टी के कणों की गहरी जांच करते हैं और इस के उपरांत किसानों को रिर्पोट भेजी जाती हैं जिससे मिट्टी के कणों में किसी तरह की कमी को पूरा करने के लिए निर्धारित मात्रा में खाद डाली जा सके। उन्होने बताया कि विभाग की वैबसाईट पर रिर्पोट डाल दी जाती है जिस पर किसान का नाम, उस के गाँव का नाम और जिले का नाम लिखा होता है।
उन्होने बताया कि पंजाब में इस समय मिट्टी की जांच करने के लिए 60 प्रयोगशाला हैं जिस में से 3 जालंधर में हैं। उन्होंने कहा कि जालंधर में 2 .36710 लाख क्षेत्रफल कृषि के अधीन है और 12.5 एकड जमीन में से 1 सैंपल लिया जाता हैं।
उन बताया कि इस से पहले किसानों खादों के प्रगोय के बारे में पूरी जानकारी नही होती थी जिस से वह बहुत अधिक धन खर्च होता था। उन्होंने कहा कि इस से जहाँ किसानों की जेब पर बोझ पडता है वहा जमीन के स्वास्थ्य खराब होने से उत्पादन शक्ति भी घटती है। उन्होने बताया तंदुरुस्त पंजाब मिशन के अंतर्गत विभाग किसानों को बेतहाशा खाद के प्रयोग को कम करने के लिए प्रेरित कर रहा है जिससे कुदरती ढंग से खेती कर सकें।