लुधियाना (अजय पाहवा )क्रिटिकल केयर फिजिशियन की रीजनल लेवल कांफ्रेंस का ओयजन किया गया। यह कांफ्रेंस फोर्टिस अस्पताल द्वारा इंडियन सोसायटी ऑफ क्रिटिकल केयर मेडिसन के पंजाब चैप्टर व लुधियाना सोसायटी ऑफ क्रिटिकल केयर मेडिसन की ओर से आयोजित की गई। फोर्टिस अस्पताल के ऑनकोलोजी एंड न्यूक्लीयर मेडिसन विभाग के डायरेक्टर डॉ.जगदेव सिंह सेखों ने कांफ्रेंस का उदघाटन किया। इसमें पंजाब मेडिकल कोंसिल के सदस्य डॉ.मनोज कुमार सोबती, इंडियन सोसायटी ऑफ क्रिटिकल केयर मेडिसन पंजाब चैप्टर के चेयरमैन डॉ.पीएल गौतम, सेक्रेटरी डॉ.अमित मंडल, लुधियाना सोसायटी ऑफ क्रिटिकल केयर मेडिसन के सेक्रेटरी डॉ.गुरप्रीत सिंह, फोर्टिस अस्पताल के इंटरनल मेडिसन विभाग के डायरेक्टर डॉ.एचएस पन्नू विशेष रूप से उपस्थित थे।
डॉ.जगदेव सिंह सेखों ने कहा कि इस कांंफ्रेंस में डॉक्टरों को मिली जानकारी उन मरीजों के लिए फायदेमंद साबित होगी, जिन्हें क्रिटिकल केयर की जरूरत है। कांफ्रेंस के आर्गेनाइजिंग चेयरपर्सन डॉ.विनय सिंघल ने कहा कि आईसीयू में दाखिल मरीजों के इलाज के लिए दरपेश चुनौतियों से निपटने के साथ-साथ उसके परिवार से भी सही कम्यूनिकेशन बनाए रखना बेहद जरूरी है। परिजनों को मरीज की पूरी कंडीशन के बारे में ब्रीफ करते रहना चाहिए। उन्हें यह भी बताते रहना चाहिए कि उनके द्वारा किए जा रहे इलाज की संभावनाएं कितनी हैं। इससे बाद में होने वाले किसी भी तरह के विवाद से बचा जा सकता है। इससे हेल्थकेयर सेंटर में हिंसा की घटनाओं को भी रोकने में मदद मिलेगी।
डॉ.मनोज कुमार सोबती ने कहा कि मेडिकल फील्ड में रोजाना नई तकनीकें आ रही हैं। इन तकनीको का मरीजों तक लाभ पहुंचाने के लिए डॉक्टर का नियमित रूप से इन तकनीकों से अपडेट रहना बेहद जरूरी है, ताकि उन तकनीकों को पेशेंट के इलाज में इस्तेमाल किया जा सके। यह कांफ्रेंस भी इस दिशा में उठाया गया सकारात्मक कदम है। फोर्टिस अस्पताल के फैसिलिटी डायरेक्टर विवान सिंह गिल ने भरोसा दिलाया कि इस तरह की अकैडमिक एक्टीविटिज को भविष्य में भी अस्पताल की ओर से पूरा सहयोग दिया जाएगा। कांफ्रेंस के अंत में आर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ.सुमित कुमार झिंगान ने सभी डेलीगेट्स का शुक्रिया अदा किया।