मुख्यमंत्री द्वारा निरंकारी भवन पर ग्रेनेड हमले की जांच के लिए पुलिस के उच्च अधिकारियों को तुरंत पहुँचने के हुक्म

हर कीमत पर अमन -शांती यकीनी बनाई जाएगी 

चण्डीगढ़/अमृतसर : पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने राजासांसी के गाँव अदलीवाल में निरंकारी भवन में हुए संदिग्ध हैंडगे्रनेड हमले की जांच की निजी तौर पर निगरानी करने के लिए राज्य के गृह सचिव, पुलिस प्रमुख, डी.जी.पी. अमन और कानून और डी.जी.पी. ख़ुफिय़ा को तुंरत घटनास्थल पर पहुँचने के हुक्म दिए हैं । इस घटना में तीन व्यक्ति मारे गए जबकि 15 अन्य जख़़्मी हुए हैं। इस धमाके के बाद अमन -कानून की स्थिति का जायज़ा लेते हुए मुख्यमंत्री ने पुलिस को इस हमले के मद्देनजऱ संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा प्रबंध और मज़बूत करने के निर्देश दिए । हाल ही में हुए इस अंधाधुन्द हमले में कई मासूमों की जानें गई हैं ।

मुख्यमंत्री ने बताया कि फोरेंसिक टीमों को घटनास्थल पर भेज दिया गया है और हरेक पक्ष से जांच की जा रही है । उन्होंने कहा कि इस हमले में आई.एस.आई. अधारित खालिस्तानी या कश्मीरी आतंकवादी ग्रुपों की शमूलियत से इन्कार नहीं किया जा सकता । हमलावरों के संदिग्ध ठिकानों पर छापे मारने के लिए पुलिस टीमों का गठन किया गया है और कई टीमें इस केस को सुलझाने के लिए हरेक पहलू से जांच कर रही हैं। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि उनकी सरकार की तरफ से जल्द ही मामले की तह तक जा कर दोषियों को काबू करके कानून के कटघरे में खड़ा किया जायेगा । उन्होंने चेतावनी दी कि राज्य की अमन -शांती और सद्भावना को भंग करने की किसी को भी कोशिश करने की हरगिज़ इजाज़त नहीं दी जायेगी ।  मुख्यमंत्री ने मृतकों के वारिसों को 5-5 लाख रुपए मुआवज़ा देने का ऐलान करते हुए जि़ला प्रशासन को ज़खि़्मयों के मुफ़्त इलाज और बेहतरीन मैडीकल सहायता मुहैया करवाने के हुक्म दिए ।

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्राथमिक जांच में अब तक हुए खुलासे के मुताबिक दो व्यक्ति जिनमें से एक की लम्बी दाढ़ी थी, के चेहरे ढके हुए थे और उन्होंने पिस्तौल तानकर हाल में जबरन प्रवेश किया । उन्होंने सेवक को नजऱबंद करके ग्रेनेड फेंका और मोटरसाईकल पर भाग गए। धमाके से ज़मीन पर तीन इंच के घेरे का छोटा गड्ढा पड़ गया जिसकी जांच फोरेंसिक टीम द्वारा की जा रही है । ग्रेनेड का सेफ्टी वाल्व मिला गया है और उसकी भी पड़ताल की जा रही है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने लोगों को न घबराने और अमन -शांती बनाए रखने की अपील की । उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से इस घटना के मद्देनजऱ किसी तरह की गड़बड़ी पैदा न होने को यकीनी बनाया जायेगा ।  मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे कि राज्य को साल 2015 -16 के दरमियान निशाना बनकार किये हमलों का सामना करना पड़ा परन्तु पिछले लंबे समय से ऐसी हत्याओं के द्वारा शांती को भंग करने की यह पहली कोशिश की गई है। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा इससे उनका विस्वास और भी पक्का हुआ है कि राज्य की अमन -शांती को भंग करने के लिए पाकिस्तान ने अपनी घिनौनी गतिविधियाँ जारी रखी हुई हैं ।

मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि पिछले 18 महीनों में ऐसे 15 आतंकवादी गिरोहों को काबू किया गया है जिनमें से कुछ में कश्मीरी आतंकवादियों का सम्बन्ध होने बारे भी संकेत मिले हैं जिसकी पुष्टि मकसूदां पुलिस थाने में ग्रेनेड हमले केस में और जालंधर से कश्मीरी विद्यार्थियों की गिरफ्तारी से होती है ।

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