उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के नेतृत्व में न्यायचक्र सीधा घूमना शुरू हो चुका है और इससे दंगाईयों के पैरों के नीचे की धरती हिलती दिख रही है। श्री कमल शर्मा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी की नीति रही है कि न्यायिक प्रक्रिया को लटकाओ और भटकाओ, यही कारण रहा कि 34 साल बीत जाने के बाद भी पीडि़तों को न्याय नहीं मिल पाया। कांग्रेस पार्टी स. मनमोहन सिंह के चेहरे की आड़ में व उनसे दंगे को लेकर माफी मंगवाने का दिखावा कर खुद को सिख हितैषी होने का ढोंग तो करती रही परंतु वास्तव में निर्दोष हजारों सिखों के हत्यारों को न केवल बचाती रही है बल्कि उन्हें राजनीतिक ओहदों से सम्मानित भी करती रही है। कमल शर्मा ने 1984 के दंगा पीडि़तों को विश्वास दिलवाया है कि मोदी सरकार के नेतृत्व में उन्हें हर कीमत पर न्याय मिलेगा और दोषी चाहे वह कितने भी बड़े पद पर आसीन क्यों न हो उसे कानून अनुसार दंड अवश्य दिलवाया जाएगा। शर्मा ने कहा कि इस फैसले से विश्व में भारतीय न्यायिक प्रणाली का भी सम्मान भी बढ़ा और लोगों में उसके प्रति विश्वास की भावना और भी दृढ़ हुई है।
दंगा पीडि़त सिखों को मोदी सरकार ने ही दिलवाई राहत : कमल शर्मा
चंडीगढ़ : भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली की पटियाला हाऊस कोर्ट द्वारा सिख विरोधी दंगों के आरोपियों को सजा दिए जाने का स्वागत करते हुए इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की उपलब्धि और इन दंगों से दुखी चले आरहे हर भारतीय के जख्मों पर मरहम बताया है। पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य कमल शर्मा ने कहा है कि यह सिख समाज के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वचनबद्धता का ही परिणाम है कि 1984 के अमानवीय दंगों के आरोपियों को सजा मिलने का सिलसिला आरंभ हो गया जो आगे अनवरत चलने वाला है।
प्रैस को जारी विज्ञप्ति में भाजपा नेता श्री कमल शर्मा ने बताया कि साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार गठित होने के अगले साल ही वर्ष 2015 में सरकार ने दंगों को लेकर विशेष जांच दल का गठन कर दिया और इसी जांच दल की रिपोर्ट के आधार पर ही दोषियों को सजा मिलनी संभव हो पाई है। दंगों को लेकर कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए कमल शर्मा ने कहा कि इसी पार्टी के प्रधानमंत्री रहे राजीव गांधी ने इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए भीषण नरसंहारों को यह कहते हुए न्यायोचित ठहराने का प्रयास किया कि- जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है।