अमृतसर : सर्दी के मौसम में पड़ रहा कोरा गेहूँ की फ़सल के लिए बहुत ही लाभदायक सिद्ध हो रहा है। गेहूँ की फ़सल का निरिक्षण करते हुआ मुख्य कृषि अधिकारी दलबीर सिंह छीना ने बताया कि हैपीसीडर, ज़ीरो टिल ड्रिल और पुरातन विधि से बिजाई की गई गेहूँ की फ़सल बहुत बढिय़ा है। उन्होंने किसानों को अपील करते कहा कि वह समय समय अपनी गेहूँ की फ़सल का निरीक्षण करते रहेे क्योंकि इस समय पीली कुंगी रोग के हमले प्रति सचेत रहने की ज़रूरत है। यदि गेहूँ की फ़सल के पत्तों पर हल्दी रंग का पाउडर दिखाई दे तो इस को तुरंत संबन्धित कृषि विकास अधिकारी / ब्लाक कृषि अधिकारी के ध्यान में लाएं । मुख्य कृषि अधिकारी ने बताया कि हैपीसीडर और ज़ीरो टिल-ड्रिल के साथ बिजाई की गई गेहूँ को चूहे भी नुक्सान पहुंचा सकते हैं। इस संबंधित विभाग चूहेमार दवा किसानों को देने के लिए प्रयासरत है। स. छीना ने बताया कि इस हाड़ी के सीजन के दौरान जि़ला अमृतसर में कुल 1,88,000 हेक्टेयर क्षेत्रफल गेहूँ की फ़सल के अधीन है। जिस बीच में से करीब 26200 हेक्टेयर क्षेत्रफल हैपीसीडर और ज़ीरो टिल ड्रिल के बिजाई की गई हैै । उन्होंने कहा कि आने वाले हाड़ी सीजन के दौरान हैपीसीडर और ज़ीरो टिल-ड्रिल अधीन क्षेत्रफल ओर बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले सावन की फ़सल के सीजन के दौरान किसानों की तरफ से पराळी को खेतों में आग न लगा कर यहां धरती की सेहत, वातावरण और मानवता को बचाने में बड़ा योगदान दिया है वहीं कृषि-खर्च कम कर के अपनी आय में बढ़ोतरी की है।
कृषि सचिव स. काहन सिंह पन्नू जी की तरफ से मिले निर्देशों के अंतर्गत कृषि और किसान भलाई विभाग का पूरा स्टाफ अब से ही गेहूँ के नाड़ी और धान की पराळी की संभाल संबंधी किसानों को जागरूक करने के लिए किसान जागरूकता कैंप लगा कर जानकारी दे रहा है । मुख्य कृषि अधिकारी ने बताया कि कृषि सचिव स्र. काहन सिंह पन्नू ने किसानों की सुविधा और खेती खर्च कम करने के प्रयास के साथ यहां धान की पराळी को सँभालने और ज़मीन में मिलाने के लिए खेती यंत्रों पर सबसिडी मुहैया करवाई गई है, वहीं आने वाले धान के सीजन के दौरान प्रवासी मज़दूरों की कमी को मुख्य रखते हुआ धान की फ़सल लगाने वाली मशीनों पर सबसिडी देने का कार्यक्रम तैयार है। मुय कृषि अफ़सर ने बताया कि कोई भी किसान अकेला या किसान मिल कर धान की फ़सल लाने वाली मशीने 40 से 50 प्रतिशत सबसिडी पर प्राप्त कर सकता है। इच्छुक किसान इस संबंधी आवेदन पर 1000 रुपए का ड्राट डायरैक्टर कृषि और किसान भलाई विभाग के नाम पर बनवा कर अपने ब्लाक कृषि कार्यालय या मुय कृषि कार्यालय में जमा करवा सकते हैं और जमा करवाने की अंतिम तिथि 20 जनवरी 2019 है।
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