लुधियाना (अजय पाहवा) सतगुरू प्रताप सिंह (एसपीएस) अस्पताल में पेस मेकर इंप्लांट के क्षेत्र में विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए दुनिया की सबसे लंबी उम्र की जीवित महिला के हार्ट में पेस मेकर फिट किया। परिवार के पास मौजूदा रिकॉर्ड के मुताबिक फिरोजपुर की रहने वाली इस महिला की उम्र इस समय 118 साल है। गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में अब तक 107 साल उम्र के मरीज को पेस मेकर लगाने का रिकार्ड दर्ज है। वीरवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एसपीएस हॉस्पिटल के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. रवनिंदर सिंह कूका ने बताया कि एक डॉक्टर के लिए सभी मरीज खास होते हैं, लेकिन कभी ऐसा मरीज भी आ जाता है जो उसके लिए किसी चैलेंज से कम नहीं होता। फिरोजपुर के डॉ. कमल बागी की ओर से कंप्लीट हार्ट ब्लॉक, लो हार्ट बीट और लो ब्लड प्रेशर के साथ भेजी गई 118 वर्षीय करतार कौर ऐसी ही मरीज है। क्योंकि वह वर्तमान में दुनिया की सबसे लंबी उम्र की जीवित महिला है। इससे पहले सबसे लंबी उम्र के जीवित व्यक्ति होने का रिकॉर्ड जापान के काने टनाका के नाम दर्ज है। आज की तारीख में उसकी उम्र 116 साल 63 दिन बनती है। इस तरह करतार कौर ने 118 साल की उम्र में दुनिया में सबसे लंबी उम्र की जीवित महिला का रिकॉर्ड कायम किया है।
डॉ. कूका ने बताया कि करतार कौर 24 फरवरी की रात करीब 9 बजे एसपीएस हॉस्पिटल पहुंची थी। उस समय उनकी हार्ट बीट 20-22 प्रति मिनट थी। वे पूरी तरह बेहोश थीं। उनकी हार्ट बीट बढ़ाने और ब्लड प्रेशर को ऊपर उठाने के लिए पहले एक टेंपरेरी पेस मेकर लगाया गया। इसे लगाते ही उनकी हार्ट बीट ऊपर उठनी शुरू हो गई। इसके बाद 28 फरवरी को अस्पताल की अल्ट्रा मॉडर्न कैथलैब में एनास्थिस्यिा टीम और ट्रेंड स्टाफ की मदद से परमानेंट पेस मेकर इंप्लांट किया गया। उसके बाद उनकी हालत में काफी सुधार आया और वे अपने परिवार के साथ बातचीत कर रही हैं। डॉ. कूका ने बताया कि करतार कौर के दो जीवित बच्चे हैं। उनकी बड़ी बेटी की उम्र 88 साल है और वे सरकारी मुलाजिम के तौर पर 98 में रिटायर हुई थीं। करतार कौर से दो साल छोटा भाई हरनाम सिंह ब्रिटिश आर्मी में थे। 1945 में जब वे रिटायर हुए थे तो उनकी उम्र 42 साल थी। इस हिसाब से हरनाम सिंह की उम्र वर्तमान समय में 116 साल बनती है और उनसे दो साल बड़ी होने के कारण करतार कौर की उम्र इस समय 118 साल बनती है। इससे उन्होंने दुनिया की सबसे लंबी उम्र की जीवित महिला होने का रिकॉर्ड कायम कर दिया है।
दूसरी तरफ गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में 107 साल की उम्र के मरीज को पेस मेकर इंप्लांट करने का रिकॉर्ड दर्ज है। लेकिन डॉ. कूका ने 118 साल की उम्र की महिला मरीज करतार कौर के हार्ट में पेस मेकर इंप्लांट करके यह रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है। डॉ. कूका ने यह रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कराने के लिए गिनीज बुक और लिम्का बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड के लिए अप्लाई कर दिया है। इस मौके पर फिरोजपुर के डॉ. कमल बागी और करतार कौर के पारिवारिक सदस्य भी मौजूद रहे।
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