जालन्धर : समाज में से टी.बी. की बीमारी को ख़त्म करने और टी.बी. के मरीजों की देख-रेख को विश्वसनीय बनाने के लिए जिले में डिप्टी कमिशनर जालन्धर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय टी.बी.र्फोम का जल्द गठन किया जायेगा। टी.बी से संबंधित किये आंतरिक सर्वेक्षण जोकि 5 से 7 मार्च तक जिले में किया गया इससे संबंधित मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए डिप्टी कमिशनर, जिन के साथ सिविल सर्जन डा.राजेश कुमार बग्गा भी थे ने कहा कि इस जिला स्तरीय फोरम में समाज के हर वर्ग के लोगों के अतिरि1त स्वास्थ्य, महिला और बाल विकास विभाग, आंगनवाड़ी और आशा वरकरों और ग़ैर सरकारी संस्थाओं के सदस्यों को शामिल किया जायेगा।
शर्मा ने कहा कि फोरम की तरफ से टी.बी. से सबंधित अलग-अलग प्रोग्रामों, प्रगति, दवाएँ, जांच और लोगों को जागरूक करने से सम्भंदित की गई गतिविधियों की समीक्षा के लिए हर 6 महीने में मीटिंग करना आवश्यक होगा।डिप्टी कमिशनर ने कहा कि जिले में लोगों को टी.बी. के विरुद्ध जागरूक करने के लिए पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों की सेवाएं प्राप्त की जाएंगी और इस के अतिरिक्त राष्ट्रीय टी.बी. नियंत्रण प्रोग्राम के अंतर्गत नेहरू युवा केंद्र के साथ जुड़े वलंटियरों को भी इस प्रोग्राम में हिस्सेदार बनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्होने कहा कि समाज से टी.बी. को 2ात्म करने के लिए अलग-अलग जत्थेबंदियाँ, ग़ैर-सरकारी संगठनों को भी इस टी.बी. विरोधी मुहिम में शामिल किया जा रहा है। उन्होने यह भी कहा कि टी.बी. से पीडित व्यक्तियों की पहचान में आंगनवाड़ी वरकरों की तरफ से सहायता की जायेगी जिससे टी.बी.रोगियों का योग्य इलाज किया जा सके। उन्होने यह भी कहा कि जिला प्रशासन की तरफ से 24 मार्च को विश्व टी.बी. दिवस अवसर एक बड़ा समागम करवाया जा रहा है जिस में टी.बी.विरोधी मुहिम से जुड़े सभी लोगों को स6मलित होने का न्योता दिया गया है।
उन्होने कहा कि देश में 2025 में टी.बी. को पूर्णरूप से ख़त्म करने का लक्ष्य रखा गया है जिस के लिए टी.बी. के फैलाव, इसके लच्छना और इलाज के बारे में जागरूकता के लिए जिला प्रशासन की तरफ से व्यापक मुहिम बनाई गई है जिसमें हर व्यक्ति अपनी सारथिक भूमिका निभा सकता है। इस अवसर पर जिला टी.बी. अधिकारी डा.राजीव शर्मा और मुलांकन समिति के मैंबर भी उपस्थित थे।