बाढ़ पीड़ितों पर टूटे कहर के लिए कांग्रेस सरकार सीधे तौर पर जिम्मेदार हैः सुखबीर सिंह बादल

कहा कि बाढ़ सुरक्षा कार्य संपूर्ण नही किए गए तथा रेत माफिया को दरिया के तटबंध कटाव की पूरी छूट दी गई

कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर : शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज कहा कि बाढ़ द्वारा मचाई तबाही के लिए पंजाबियों पर टूटे कहर के लिए कांग्रेस सरकार सीधे तौर पर जिम्मेदार है, क्योंकि इस द्वारा समय रहते आवश्यक बाढ़ सुरक्षा कार्यों को मुकम्मल नही किया गया। इसके अलावा सरकार अवैध माईनिंग रोकने में नाकाम रही, जिसके कारण रेत माफिया ने दरिया के तटबंध ही साफ कर दिए हैं। यहां अहली कलां में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने बाढ़ सुरक्षा कार्य पर ध्यान नही दिया तथा इन कार्यों को आवश्यकता के अनुसार तीन महीने पहले मुकम्मल नही करवाया। उन्होने कहा कि सरकार की तैयारी की पोल एक महीने पहले खुल गई थी, जब विभिन्न जगहों पर टूटे तटबंधों के कारण किसानों के खेत पानी से भर गए थे। उन्होने कहा कि यहां तक कि उस समय भी बाढ़ सुरक्षा कार्यों को मुकम्मल करने के लिए डिप्टी कमिशनरों को पैसा जारी नही किया गया।

सरदार बादल ने कहा कि अवैध माईनिंग ने कई जगहों पर दरिया के तटबंधों को घिसा दिया है।  उन्होने कहा कि सरकारी मशीनरी अवैध माईनिंग को रोकने में बुरी तरह विफल रही है, क्योंकि यह कांग्रेसी नेताओं के सरंक्षण में हो रहा है। उन्होने कहा कि इस क्षेत्र में इतनी भयानक बाढ़ आने के पीछे यह भी एक कारण रहा है। अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) द्वारा भाखड़ा डैम के पानी का सिंचाई के लिए उपयोग संबधी अनुरोध को अनसुना कर दिया था। उन्होने कहा कि भाखड़ा डैम अपने सार्मथ्य अनुसार मई में ही भर गया था तथा अधिकारियों ने सहयोगी राज्यों को अतिरिक्त पानी  की सिंचाई कार्यों के लिए इस्तेमाल करने की सलाह दी थी। उन्होने कहा कि कैप्टन सरकार ने अतिरिक्त पानी लेने के इस अवसर का लाभ नही उठाया जबकि नहरों ने आखिरी किनारों पर किसानों को पानी की भारी कमी का सामना करना पड़ा था।

सरदार बादल ने कहा कि बीबीएमबी द्वारा 13 अगस्त को दी चेतावनी कि इस द्वारा 17 अगस्त को भाखड़ा डैम से पानी रिलीज किया जाएगा, के बाद भी कांग्रेस सरकार ने कोई आवश्यक कार्रवाई नही की। उन्होने कहा कि सरकार को कमजोर तटबंधों को पक्के करना चाहिए था तथा सामने आ रही विपत्ति को देखते हुए पहले ही राहत सामग्री भेज देनी चाहिए थी। एक सवाल का जवाब देते हुए सरदार बादल ने कहा कि सरकार के पास केंद्र सरकार के आपदा प्रबंधन फंड के तहत् करोड़ो रूपए मौजूद थे। उन्होने कहा कि सरकार को इन फंडों का उपयोग करना चाहिए था न कि अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए इस मुद्दे का राजनीतिकरण करना चाहिए। उन्होने सरकार को गहरी नींद से जागकर आवश्यक बाढ़ सुरक्षा प्रबंध को मुकम्मल करने के लिए कहा  ताकि लोगों को दोबारा ऐसी विपत्ति का सामना न करना पड़े। उन्होने कहा कि ढ़ाई साल बीत चुके हैं। कांग्रेस सरकार ने कुछ नही किया है। इसे कोरी घोषणाएं करने की बजाय अब काम करना चाहिए।

इस अवसर पर अकाली दल अध्यक्ष ने अहलीकलां तथा  अन्य गांव के लोगों से बातचीत की। लोगों ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ सख्त नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि यदि सरकार पहले से ही प्रबंध कर लेती तो वे इस आपदा से बच जाते। उन्होने कहा कि सरदार परकाश सिंह बादल के नेतृत्व वाली अकाली-भाजपा सरकार हमेशा बाढ़ सुरक्षा कार्यों के लिए समय पर फंड जारी करती थी। इस अवसर पर अकाली दल अध्यक्ष के साथ एसजीपीसी अध्यक्ष सरदार गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने शिरोमणी कमेटी द्वारा किए जा रहे राहत कार्यों के बारे में बताया। इस अवसर पर अन्य के अलावा बलविंदर सिंह भूंदड़, बीबी उपिंदरजीत कौर, बीबी जागीर कौर तथा सरदार मनजिंदर सिंह सिरसा भी शामिल थे।

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