कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर(हिमांशु):बीबीके-डीएवी काॅलेज फाॅर विमेन अमृतसर के बी वाॅक थियेटर एवं स्टेज क्राफट विभाग द्वारा गुरू नानक देव की 550वें प्रकाश पर्व पर प्रतिष्ठित नाटककार बलवन्त गार्गी लिखित ‘गगन में थाल’ नाटक का सफल मंचन किया गया। नाटक की मूल आध्यात्मिक संवदेना को बनाए रखते हुए बी वाॅक के स्टाफ प्रो सुखविन्दर, प्रो अमनदीप सिंह, प्रो दीपिका एवं छात्राओं द्वारा इसका सफल अभिनय एवं मंचन किया गया। नाटक का उद्धेश्य गुरू नानक देव जी द्वारा दिये गये सन्देश के व्यवहारिक रूप को जन-जन तक पहुँचाना है। गुरू नानक नेे उस समय के संसार में अज्ञानता और अन्धविश्वास के अन्धकार में डूबे हुए लोगों को ज्ञान की रोशनी में लाते हुए सत्य के मार्ग पर लाने का प्रयास किया। आपने आडम्बरों पर प्रहार करते हुए पर्यावरण एवं प्रकृति को ही सच्चे साधक माना। इस अवसर पर स ़बख्तावर सिंह, आई ए एस कमिशनर पुडा मुख्यातिथिं रहे।
सुदर्शन कपूर, चेयरमैन स्थानीय प्रबन्धकत्र्री समिति एवं प्रिंसिपल डाॅ ़पुष्पिन्दर वालिया ने मुख्यातिथि को पर्यावरण सुरक्षा एवं खुशहाली के प्रतीक पौधे देकर स्वागत किया।प्राचार्या डाॅ ़पुष्पिंदर वालिया ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज सम्पूर्ण विश्व में गुरू नानक देव जी का 550वाँ प्रकाश पर्व मनाया जा रहा है। ऐसा लगता जैसे सारा संसार एकता के सूत्र में बंध गया है और यही गुरू जी का जीवन दर्शन रहा है। आपने बी वाॅक थियेटर एवं स्टेज क्राफट विभाग को नाटक के सफल मंचन पर बधाई दी। मुख्यातिथि स ़बख्तावर सिंह ने कहा कि गुरू नानक देव जी का अवतार लेना विश्व इतिहास की प्रमुख स्वर्णिम घटना है। गुरू-कवि ने जनमानस को एकता और भाईचारे का संदेश दिया। वर्तमान में इसी संदेश को धारण करने की जरूरत है।
प्राचार्या डाॅ वालिया ने मुख्यातिथि को स्मृति चिह्न के रूप में फाइन आट्र्स विभाग द्वारा बनाई गई पेंटिंग भेंट की। डाॅ ़रूपिन्दर पाल ने मंच संचालन किया। काॅलेज स्टाफ एवं विद्यार्थियों ने बड़ी संख्या में उपस्थिति दर्ज की।