कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर: शहीद तरसेम सिंह बहार तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष एवं अखिल भारतीय मंत्री भारतीय जनता युवा मोर्चा को उनकी 31 वीं बरसी के उपलक्ष्य में जिला भाजपा मुख्यालय शहीद हरबंस लाल खन्ना स्मारक में आयोजित श्रद्धांजली कार्यक्रम के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें अपने-अपने श्र्द्धसुमन अर्पित किये। जिला भाजपा कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम जिला भाजपा अध्यक्ष सुरेश महाजन की अध्यक्षता में संपन्न हुआ, जिसमें पूर्व स्वस्थ्य मंत्री डॉ. बलदेव राज चावला, प्रो. लक्ष्मीकांता चावला भी उपस्थित हुए। इस अवसर पर शहीद तरसेम सिंह बहार समिति के पूर्व अध्यक्ष एवं संरक्षक सुभाष भाटिया, समिति के अध्यक्ष नरिंदर कोहली (रिटा. ETO), महामंत्री रमन कुमार शर्मा, शहीद तरसेम सिंह बहार के पारिवारिक सदस्य मोहिंदर सिंह, रविंदर कौर ने आये हुए सभी कार्यकर्ताओं का अभिनंदन किया। इस अवसर पर हवन-यज्ञ किया गया, जिसमें सभी उपस्थित भाजपा कार्यकर्ताओं ने आहुतियाँ डाली।
सुरेश महानन ने इस अवसर पर उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहाकि तरसेम सिंह बहार ने देश की एकता व अखंडता के लिए बलिदान दिया था । पंजाब में जब आतंकवाद का काला दौर चरम सीमा पर था, तब शहीद तरसेम सिंह बहार अपनी जान की परवाह किये बिना देश की जनता की आवाज बने और आंतकवादियों के खिलाफ आवाज बुलंद की । उन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर आतंकवादियों के षड़यंत्र को विफल किया । उनकी शहादत को 31 वर्ष बीत चुके हैं, लेकिन उनकी शिक्षा आज भी हमारा मार्ग दर्शन करती है । भाजपा ने अपना एक निर्भीक व साहसी कार्यकर्ता खोया, लेकिन देश की एकता व अखंडता के लिए उन्होंने जो आहुति दी,उसके चलते ही पंजाब में स्थायी शाति कायम हो सकी है ।
डॉ. बलदेव राज चावला ने कहाकि शहीद तरसेम सिंह बहार युवा कार्यकर्ताओं के प्रेरणास्रोत थे । आतंकवादियों ने उनको शहीद किया,लेकिन उनकी विचारधारा ने भाजपा को जन-भावना की सेवा करने का महान अवसर दिया । इस अवसर पर राजेश कंधारी, नरेश शर्मा, डॉ. राकेश शर्मा, दविंदर पहलवान, सतपाल डोगरा, सुभाष नरूला, जोगिन्दर वाही, अश्वनी चोपड़ा (बिट्टू सप्प), पवन शर्मा, अनुज भंडारी, राजीव शालिवान ने भी तरसेम बहार को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनकी शहादत राजनीति की आवाज को एक नया आयाम दे गई थी । जिसकी बदौलत पंजाब में लोकतंत्र की पुन: स्थापना हुई । उन्होंने सभी से बहार के दर्शाए मार्ग पर चलने का आह्वान किया।
ज्ञात रहे कि शहीद तरसेम सिंह बहार को आंतकवादियों ने 5 जनवरी 1989 को सुल्तानविंड रोड इलाके में गोलियां मार कर शाहीद कर दिया था।