
कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर: कोविड -19 के संकट से निपटने के लिए पंजाब सरकार की ओर से लगाए गए कर्फ्यू के दौरान आम लोगों के मसले भी हल करने के लिए डिप्टी कमिश्नर शिवराज सिंह ढिल्लो की सोच सदका जिले में 24 घंटे का काम कर रहे कंट्रोल रूम का ना केवल भूखों को रोटी और जरूरतमंद की मदद के लिए कर्फ्यू पास ही जारी करवा रहे हैं, बल्कि डॉक्टरी सहायता के साथ-साथ हरेक जरूरतमंद की जरूरत को पूरा करने के लिए फोन करने वालों की सहायता की जा रही है आज इस कंट्रोल रूम पर एक फोन के माध्यम से गर्भवती औरत को समय से हॉस्पिटल पहुंचाया गया जहां उसने बेटे को जन्म दिया। डिप्टी कमिश्नर डॉ हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि कंट्रोल रूम में आज सुबह किसी व्यक्ति ने फोन करके एक गर्भवती औरत महिला की मुश्किल के बारे में बताया और डॉक्टरी सहायता की मांग की। औरत बच्चे को जन्म देने के साथ साथ लंबी बीमारी के साथ भी गिरी हुई थी। जिसके कारण उसको डॉक्टरी सहायता मिलने में भी मुश्किल आ रही थी। फोन सुनने वाले कर्मचारी ने इस बारे सहायक कमिश्नर अमनजोत कौर को बताया जिन्होंने तुरंत ही यह मसला अधीक डिप्टी कमिश्नर डॉ हिमांशु अग्रवाल के ध्यान में लेकर आई। डॉक्टर हिमांशु ने बिना किसी समा गवाही इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की इकाई के प्रधान डॉ आर.एस. सिटी के साथ बातचीत की जिन्होंने तुरंत निजी अस्पताल में फोन करके मदद मांगी और उस औरत को इलाज के लिए वहां भेज दिया गया जहां इलाज के दौरान ओकत महिला ने लड़के को जन्म दिया । महिला को समय रहते मिली सहायता जिसने उसकी और उसके बच्चे की जान बचाई के लिए पचाने के बचाई के लिए जिला प्रशासन का धन्यवाद किया।
डॉ हिमांशु अग्रवाल ने फोन करके मदद मांगने वाले व्यक्ति और आई.एम. का धन्यवाद किया और कहा कि हमें खुशी है कि हम किसी भी जरूरतमंद के काम आ सके । उन्होंने आम लोगों को भी अपील की कि वह कंट्रोल रूम पर ऐसे ही जरूरतमंदों के लिए भी फोन करने का ना की किसी लालच में सरकारी सहायता की उम्मीद और मौके मैं फोन करें इसके साथ फोन सुनने वाले को भी लेकर फोन सुनने से लेकर वहां पहुंचने वाली टीम का भी वक्त फजूल किया जाता है और उसमें सुनने वाले कर्मचारियों मैं फोन सुनने वाले कलर के प्रति भी शंका भी पैदा है।