मनमोहन सिंह जैसे सूझवान नेता को गुमराहपूर्ण बयानबाजी शोभा नहीं देती : अश्वनी शर्मा

कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर: पंजाब भाजपा के अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को केंद्र सरकार के कर्मचारियों को महंगाई भत्ते से मुक्त करने संबंधी दिए गए ब्यान पर सवाल उठाते हुए कहाकि क्या पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अपने कथन को भूल गए हैं कि ‘पैसे पेड़ों पर नहीं उगते हैं?’ शर्मा ने कहाकि यह बयान मनमोहन सिंह द्वारा प्रधानमंत्री रहते हुए तब दिया गया था जब कांग्रेस द्वारा यह दावा किया गया था कि भारत की अर्थव्यवस्था बेहतर थी । शर्मा ने कहाकि तब मनमोहन  सिंह ने इस कदम को अनावश्यक बताया था। शर्मा ने कहाकि मनमोहन सिंह जैसे सूझवान नेता को जनता को गुमराह करने की ऐसी बयानबाजी शोभा नहीं देती। अश्वनी शर्मा ने कहाकि मनमोहन सिंह को केंद्र के फैसले पर सवाल उठाने से पहले जिन प्रदेशों में कांग्रेस की सरकारें हैं उन की कारगुजारी की समीक्षा करनी चाहिए। शर्मा ने कहाकि पंजाब कांग्रेस की कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार ने 2018 जुलाई के बाद पंजाब सरकार के कर्मचारियों को कोई डी.ऐ. की किश्त नहीं दी है।

शर्मा ने कहाकि केंद्र की मोदी सरकार ने 7th पे-कमीशन 1 जुलाई 2016 से केन्द्रीय कर्मचारियों को दे दिया था, जबकि पंजाब सरकार ने अभी तक छेवें पे-कमीशन की घोषणा नहीं कर पाई है। पंजाब सरकार ने अपने चुनावी एजेंडे में जिन कॉन्ट्रैक्ट वर्करों को स्थाई करने का वायदा किया था उन्हें भी आज तक स्थाई नहीं किया गया है। शर्मा ने कहाकि केंद्र पर सवाल उठाने से पहले मनमोहन सिंह को पहले अपनी राज्य सरकारों की कार्यशैली को समझ कर वहां के कर्मचारियों व् अन्य लोगों को उनके हक दिलवाने चाहिए।      

 अश्विनी शर्मा ने कहा कि जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी से लड़ रही है, देश में संकट की इस घड़ी में कांग्रेस पार्टी अपने राजनीतिक एजेंडे को पूरा करने की कोशिश कर रही है । शर्मा ने कहाकि कांग्रेस एक जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका नहीं निभा रही है । केंद्र सरकार के साथ सहयोग करने और इस वैश्विक आपातकाल के दौरान सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने के बजाय, कांग्रेस ने महामारी से लड़ने के लिए मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की आलोचना की है, जो कि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है । उन्होंने कहा कि भारत की मोदी सरकार द्वारा इस आपातकाल से निपटने के लिए मेडिकल आपातकाल व् आर्थिक सहायता जैसे उठाए गए कदमों की पूरा विश्व सराहना कर रहा है । शर्मा ने कहा कि यह लॉक-डाउन अस्थायी है और इस आपातकाल में कांग्रेस को अपने नकारात्मक राजनीति को छोड़ कर सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाते हुए इस महामारी को हराने के लिए एकजुट होकर लड़ना चाहिये I

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