कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर: पूर्व मंत्री सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने आज इस निर्वाचन क्षेत्र में दूसरी सैनिटाइजेशन मुहिम शुरू की। इसके साथ ही उन्होने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से अनुरोध किया कि वह स्थिति की वास्तिविकता को समझने तथा लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए गांवों तथा मंडियों का दौरा करें। यहां एक जापानी मशीन के साथ एक अन्य सैनिटाइजेशन मुहिम शुरू करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि प्रेस के जरिए बयानबाजी करने से ज्यादा देर तक काम नही चलेगा। अब तो सीधी कार्रवाई की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने सभी खेत मजदूरों तथा दिहाड़ीदारों को 6 हजार रूपए की सीधी नकद सहायता देनी चाहिए। इसके अलावा सभी घरेलु उपभोक्ताओं के बिजली के बिल आधे कर देने चाहिए, नगरपालिका के टैक्स हटा देने चाहिए तथा उद्योगों के बिजली के नियमित खर्चे बंद कर देने चाहिए। सरदार मजीठिया ने मुख्यमंत्री से यह भी अनुरोध किया कि वह मंडियों में जाकर वहां के हालात अपनी आंखों से देखे। उन्होने कहा कि मंडियों में बारदाने की कमी के कारण किसानों को पास जारी नही किए जा रहे हैं। उन्होने कहा कि नमी संबधित सख्त नियमों के कारण किसानों को खरीद एजेंसियों के पास अपनी फसल बेचने में मुश्किल आ रही है। उन्होने कहा कि किसानों को वादे के अनुसार उनकी फसल की कीमत नही मिल रही है। उठाई न होने के कारण मंडियां पूरी भरी पड़ी हैं।
उन्होने कहा कि यहां तक की झाड़ भी कम हो गया है तथा इस संकट के समय में किसानों की सहायता करने के लिए गेंहू की एमएसपी पर बोनस देने की आवश्यकता है। अकाली नेता ने मुख्यमंत्री से सांसद निधि कोष से पीपीई किटें खरीदनें संबधी हुए गबन में सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा। उन्होने कहा कि यह एक अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने के बराबर है तथा इस मामले में तुरंत कार्रवाई करने की मांग की। उन्होने हरियाणा की तर्ज पर स्वास्थ्य कर्मचारियों के वेतन दोगुने करके उन्हे प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके अलावा पत्रकारों का 10 लाख रूपए का बीमा करने तथा दूध का भाव बढ़ाने की भी मांग की। मजीठा विधायक ने यह भी मांग की कि जो पंजाबी जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, बिहार, छतीसगढ़ तथा अन्य जगहों में फंसे हुए हैं, उन्हे जल्द वापिस लाया जाए। सरदार मजीठिया ने यह भी बताया कि राशन के बंटवारें को लेकर अभी भी राजनीति की जा रही है।
उन्होने कहा कि कांग्रेसियों को शराब की तस्करी करने की खुली छूट दी जा रही है। उन्होने कहा कि इस संबधी दो केस सामने आ चुके हैं। उन्होने बताया कि एक मामले में रोपड़ में एक विधायक का परिवार शराब की तस्करी करता हुए पकड़ा गया था तथा दूसरे केस में खन्ना में एक अवैध शराब का कारखाना पकड़ा गया। इन दोनों मामलों में कोई कार्रवाई नही की गई। उन्होने बताया कि दूसरे मामले में तो उसी एसएचओं के इलाके से शराब का कारखाना पकड़ा गया, जिसने दो गुरसिखों तथा उनके धार्मिक चिन्हों की बेअदबी की थी।