कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर : पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री अनिल जोशी ने कोरोना संक्रमन से मरीजों, डॉक्टर्स व् पैरा-मेडिकल स्टाफ को बचाने के लिए पंजाब का स्वास्थ्य विभाग व् उसके सरप्रस्त कांग्रेसी नेताओ की मिलीभगत से खरीदी गई करोड़ों रूपये पी.पी.ई. किट्स, मास्क व अन्य सामान में किये गए खरीद घोटाले की सी.बी.आई. जांच की मांग की है। जोशी ने कहाकि पिछले दिनों गुरु नानक देव अस्पताल में ज्ञानी निर्मल सिंह खालसा की कोरोना के ईलाज के दौरान हुई मौत पर परिजनों द्वारा ईलाज पर सवाल उठाने और अब एक बार फिर से इसी अस्पताल में ईलाज के लिए आई एक महिला द्वारा सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर अस्पताल के डॉक्टर्स व् अन्य स्टाफ द्वारा ईलाज न किये जाने पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अनिल जोशी ने कहाकि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह द्वारा कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए केंद्र की मोदी सरकार से कभी जी.एस.टी. रिफंड तो कभी व्यापारिक गतिविधियाँ शुरू करने की अनुमति की मांग कर रहे हैं, जिसका कोई औचित्य ही नहीं बनता। जोशी ने कहाकि तरनतारन में एक टैम्पू ट्रेवलर का ड्राईवर कोरोना संक्रमित पाया गया है जो कि महाराष्ट्र से श्रद्धालुओं को लेकर आया था और अब वो सभी भी क्वांरटाईन किये गए हैं। यह लोग बिना चैकअप के यहाँ तक कैसे पहुंचे? यह प्रदेश सरकार और प्रशासन की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े करता है ! जोशी ने कहाकि अब एक बार फिर से तरनतारन में कोरोना के 6 नए मामले सामने आने से यह जिला भी ग्रीन जोन से रेड जोन में आ गया है। जोशी ने कहाकि प्रदेश में पहले से ही कोरोना की जांच की गति बहुत धीमी गति से चल रही है, जबकि मुख्यमंत्री बार-बार प्रदेश में कोरोना नियंत्रित होने का दावा करते नहीं थकते। अनिल जोशी ने कहाकि ने कोरोना महामारी के बीच पुलिस, डॉक्टर्स, पैरा-मेडिकल स्टाफ व् सफाई कर्मी प्रदेश की जनता को इस महामारी से बचाने के लिए दिन-रात बिना किसी ब्रेक के ड्यूटी कर रहे हैं और प्रदेश सरकार व् प्रदेश स्वास्थ्य विभाग अपनी जेबें भरने के चक्कर में कोरोना योद्धाओं की जिन्दगी दाँव पर लगा कर 800 रूपये में मिलने वाली किट को करीब 2100 रूपये में खरीद रहा है, जसके चलते यह कोरोना योद्धा संक्रमित होकर अपनी जान भी गँवा चुके हैं। जोशी ने कहा कि इन कोरोना योद्धाओं ने इसे पहनने से इन्कार कर दिया और जिन करीब 500 किट्स को पहना जा चुका है, उन कोरोना योद्धाओं के साथ अगर कुछ अनहोनी होती है तो उसका जिम्मेवार कौन होगा ? जोशी ने कहाकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा खरीदे गए N-95 मास्क की जगह पर धूल साफ़ करने वाले मास्क खरीदे जाने पर भी सवाल खड़े हो अगये हैं, कि आखिर यह सब किसके इशारे पर हो रहा है ? अनिल जोशी ने कहाकि कभी मुख्यमंत्री प्रदेश में शराब के ठेके खोलने की मांग करते हैं। जोशी ने कहाकि प्रदेश सरकार पहले ही माफिया के दबाव में काम कर रही है और मुझे ऐसा लगता है कि शायद कैप्टन साहिब या उनके चहेते मंत्रियों को इस बार ठेके बोली पर दिए गए हैं और उन्हें ठेके न खुलने से बहुत नुक्सान हो रहा है, तभी तो बार-बार ठेके खोलने की मांग की जा रही है। अनिल जोशी ने कहाकि प्रदेश में अब नए मामले सामने आने से आने वाले दिनों में प्रदेश में कोरोना के हालात बिगड़ने का बहुत बड़ा खतरा मंडराने लगा है और यह सब प्रदेश की कैप्टन सरकार द्वारा प्रदेश की अनदेखी के चलते हो रहा है।
अनिल जोशी ने कहाकि प्रधानमन्त्री नरेंदर मोदी ने कोरोना को मात देने के लिए पूरे देश में लगाये लॉक-डाउन के दौरान जनता की परेशानियों को समझाते हुए सभी राज्य सरकारों को जनता की सहायता व् राशन के लिए हजारों करोड़ रूपये की आर्थिक मदद, तीन महीने का राशन हर परिवार को व् अन्य जरूरी राहत पैकेज भी दिए हैं, लेकिन पंजाब की कांग्रेस सरकार व् कैप्टन अमरिंदर सिंह की नीयत में खोट है जो केंद्र सरकार द्वारा जनता के लिए भेजी गई राहत को अभी तक जनता तक नहीं पहुँचाया जा रहा ! जोशी ने कहाकि कैप्टन सरकार अपने राजनीतिक फायदे के लिए जनता को भेजी जाने वाली राहत सामग्री पर भी मुख्यमंत्री की फोटो चिपका कर दे रही है, जबकि यह समय राजनीति का नहीं है, बल्कि ऐसे आपातकाल में कांग्रेसियों को राजनीति से उपर उठ कर जनता की सहायता करनी चाहिए। जोशी ने कहाकि अगर भाजपा, समाजसेवी संस्थाएं व् प्रदेश में दानी सज्जन राशन व् लंगर ना बाँट रहे होते तो प्रदेश में कब से भुखमरी की स्थिति बन चुकी होती और लोग मरने-मारने पर उतारू हो चुके होते।