कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर: जिला भाजपा अध्यक्ष सुरेश महाजन ने दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा हाइवे प्रोजेक्ट में से अमृतसर को निकाले जाने तथा पंजाब सरकार द्वारा आम जनता को एवरेज बिजली के बिल भेजे जाने पर अफ़सोस जताया है। उन्होंने कहाकि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा इस प्रोजेक्ट से दिल्ली, पंजाब और कटड़ा को जोड़ने की योजना थी और अमृतसर को इस प्रोजेक्ट का हिस्सा बनाया गया था, लेकिन कैप्टन सरकार द्वारा इसे अपने राजनीतिक मकसद के लिए इस्तेमाल करते हुए अमृतसर को इसमें से निकाल दिया गया। महाजन ने कहाकि अमृतसर को इस प्रोजेक्ट से निकाले जाने से अमृतसर को बहुत भारी आर्थिक नुक्सान होगा और इसकी जिम्मेदार कैप्टन सरकार है। सुरेश महाजन ने कहाकि कटड़ा में माता श्री वैष्णो देवी जी के दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालु इस प्रोजेक्ट के चलते श्री हरिमंदिर साहिब, भारत-पाकिस्तान की अंतराष्ट्रीय सीमा पर होने वाली रिट्रीट सैरेमनी व् अन्य धार्मिक स्थलों के दर्शनों के लिये भी अमृतसर में आते और रुकते, जिसके चलते यहाँ पर हर तरह का व्यापार प्रफुल्लित होता और उससे प्रदेश सरकार को भी आर्थिक लाभ होता। लेकिन कैप्टन सरकार अपनी राजनीति चमकाने के चलते अमृतसर को खत्म करने पर तुली हुई है।
महाजन ने कहाकि अमृतसर ने पहले ही काले दौर में बहुत जानी व आर्थिक नुक्सान उठाया है और अब एक बार फिर से कैप्टन सरकार की नालायकी के चलते हाईवे प्रोजेक्ट से अमृतसर को निकाले जाने से बहुत बड़ा आर्थिक नुक्सान होगा। सुरेश महाजन ने कहाकि कैप्टन सरकार पॉवरकॉम के जरिये प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को एवरेज बिजली के बिल भेज कर जमा करवाने के लिए कह रही है। महाजन ने कहाकि शायद कैप्टन यह भूल गए हैं कि देश की तरह पंजाब में भी कोरोना महामारी के चलते कर्फ्यू लगा हुआ है और सब कुछ पिछले 36 दिन से बंद पड़ा है। ऐसे में जनता कहाँ से बिजली के बिल भर पाएगी ? महाजन ने कहाकि कोरोना की मार से कराह रही प्रदेश की जनता दो वक्त की रोटी के लिए राहत की मांग कर रही है और पंजाब सरकार उन्हें राहत देने की बजाय बिजली के बिल थमा कर उनसे पैसे मांग रही है। महाजन ने कहाकि प्रदेश सरकार को जनता के बिजली के बिलों में राहत देनी चाहिए, ताकि कोरोना महामारी से आर्थिक तंगी झेल रही प्रदेश की जनता को कुछ राहत मिल सके।