नशे में डूबे कैप्टन कर रहे हैं गलत फैसले, प्रशासन मानने से कर रहा इन्कार : सुरेश महाजन

कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर: जिला भाजपा अध्यक्ष सुरेश महाजन ने कोरोना से निपटने के लिए लगाये गए कर्फ्यू की समय सीमा पंजाब में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा दो हफ्ते और बढ़ाने तथा इस दौरान सुबह 7 बजे से 11 बजे तक ढील देने का आदेश को पर सवाल खड़े किये हैं। महाजन ने कहाकि लगता है कैप्टन शराब के नशे में घर बैठे ही फैसला कर उसे प्रदेश की जनता पर थोप रहे हैं, जबकि उनका अपना सरकारी तन्त्र ही इसे मानने से इन्कार कर रहा है। हालाँकि जनता ने कैप्टन के इस ऐलान पर सोशल मीडिया पर खूब खरी-खोटी सुनाई है। सुरेश महाजन ने कहाकि यह सब कुछ कैप्टन अमरिंदर की नालायकी को दर्शाता है। कैप्टन के गलत फैसलों के चलते पहले ही पंजाब में कोरोना संक्रमितों की संख्या में दिन-ब-दिन बढ़ौतरी हो रही थी, लेकिन अब एक बार फिर से कैप्टन के लिए गए फैसले ने पंजाब को कोरोना का हॉट-स्पॉट राज्य बना दिया है। महाजन ने कहाकि कैप्टन के गलत फैसलों के चलते पहले ही स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर्स व पैरा-मेडिकल स्टाफ प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर पी.पी.ई. किट्स, फेस-मास्क न मिलने व घटिया सेहत सुविधाएँ का आरोप लगाते हुए कई बार प्रदर्शन कर चुके हैं, लेकिन कैप्टन सरकार, प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री या प्रदेश के सेहत विभाग के कानों पर जूं नहीं रेंगी।

महाजन ने कहाकि अब एक बार फिर से कैप्टन ने शराब के नशे में रोज़ाना 4 घंटे कर्फ्यू में ढील देने व् उसके बाद लोगों को घरों क्वारंटाईन होने के ऐलान ने प्रशासन असाहित जनता के भी होश उड़ा दिए दिए हैं, लेकिन जिला प्रशासनों ने कैप्टन के इस आदेश को मानने से इन्कार कर दिया, यहाँ तक कि पंजाब की सूझवान जनता ने भी इसे मानने से इन्कार करते हुए अपने घरों में क्वारंटाईन रहने का फैसला सुनाया है। सुरेश महाजन ने कहाकि सारे देश को पता है कि महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित हैं और केंद्र की मोदी सरकार द्वारा देश के किसी भी राज्य में बाहरी राज्यों से पहुँचने वाले व्यक्ति की कोरोना जांच के साथ क्वारंटाईन किये जाने के आदेश को दरकिनार कर कैप्टन सरकार ने नांदेड साहिब से लाये गए श्रद्धालुओं को पंजाब की सीमा पर थर्मल चैकिंग के बाद घर भेज दिया गया और अब उनमे से कोरोना संक्रमितों की ज्वालामुखी जैसी गिनती सामने आने से पूरे पंजाब की जनता में भय का माहौल बन गया है। सुरेश महाजन ने कहाकि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए केंद्र की मोदी सरकार से कभी जी.एस.टी. रिफंड तो कभी व्यापारिक गतिविधियाँ शुरू करने तो कभी शराब के ठेके खोलने की अनुमति की मांग कर रहे हैं, जिसका कोई औचित्य ही नहीं बनता। हालाँकि प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी ने पंजाब को कोरोना जंग के लिए कई हजार करोड़ रूपये के आर्थिक पैकेज के अलावा भी पंजाब की जनता के खातों में सीधे रूप से विभिन्न योजनाओं के तहत आर्थिक मदद ट्रांसफर की है। महाजन ने कहाकि लेकिन लगता है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह घर में बैठे ही शराब के नशे में सब कुछ भूला कर जनता को गुमराह करने के लिए गलत बयानबाजी कर जनता के प्रति अपने कर्तव्यों से पल्ला झाड रहे हैं। सुरेश महाजन ने कहाकि कोरोना संक्रमन से जहाँ रोज़ाना मरीजों की जान जा रही है, वहीँ डॉक्टर्स, पैरा-मेडिकल स्टाफ व् पुलिस कर्मी भी संक्रमित होकर अपनी जान गँवा रहे हैं। महाजन ने कहाकि यह सब प्रदेश की कांग्रेस सरकार, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह व् प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री व् उनके विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े होते हैं और जनता इनसे जवाब लेकर ही रहेगी।

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