सीख कौम और गुरूघरें को बदनाम करन की साजिश: बाबा हरनाम सिंह ख़ालसा
कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर : दमदमी टकसाल के प्रमुख और संत समाज के प्रधान संत ज्ञानी हरनाम सिंह ख़ालसा ने पंजाब में कोविड 19 के मामलों में आए इजाफा के लिए सच्चखंड तख़्त श्री हजूर साहब नांदेड़ से लौटे सीख श्रद्धालुओं सिर निंदा करा तोडऩे की नकारातमिक टिप्पणियाँ को न केवल मंदभागी बल्कि सीख कौम और गुरूघरों को बदनाम करन की साजिश इकरार दिया है।
पिरो: सरचांद सिंह अनुसार बाबा हरनाम सिंह ख़ालसा ने कहा कि नांदेड़ से संगतें और श्रद्धालुओं की वापसी के लिए सारा प्रबंध केंद्र और राज सरकारों ने किया। सरकारों के यतनों के साथ ही बसें पंजाब आईं हैं। नांदेड़ से आने वाली संगतें का नांदेड़ प्रशासन की तरफ से तीन बार जांच करन पर भी कोविड 19 का कोई भी केस और करोना पीडित न मिलने की सामने आई बात ने यह साफ़ किया है कि आज केंद्र और राज सरकार की तरफ से ही अपनी, नाकामियें और असफलताएं को छिपाने के लिए सीख संगतें और गुरूधामों विरुद्ध गलत बयानी की गई है। उन कहा कि तख़्त श्री हजूर साहब से श्रद्धालुओं को सुरक्षित पंजाब लाने की जि़म्मेदारी सरकार की थी। उनहोंने यह भी कहा कि शिरोमणी समिति की तरफ से एकांतवास के लिए सरावें और अलग अलग गुरूघरें आदि में ज़रुरी प्रबंध करन के बावजूद हजूर साहब से वापस लौटें संगतें को एकांतवास और रिहायश के लिए ग़ैर सीख संस्थायों और डेर्यां( राधा स्वामी सतसंग घर) में भेजा जाना साजिश प्रति शक को यकीन में बदलने के लिए काफ़ी है। उन कहा श्रद्धालुओं प्रति दहशत का माहौल सृजन कर कर पंथ विरोधी लाबी करोना की मार सब्र रही लोक के लिए गुरूधामों और सीख भाईचारे की तरफ से जा रही लंगर सेवा प्रति विश्व भर में मिल रही प्रशंसा से लोगों का ध्यान हटाना चाहते हैं।