कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर: कटरा-अमृतसर-दिल्ली हाईवे में से अमृतसर को बाहर किए जाने पर पूर्व कैबिनेट मंत्री पंजाब अनिल जोशी ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और प्रधानमंत्री कार्यालय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह को पत्र लिखकर उनसे इस एक्सप्रेस-वे में अमृतसर को जोड़ने की मांग रखी है । आज पत्रकार वार्ता के दौरान जोशी ने बताया कि 2018 में दशहरा कमेटी अमृतसर नार्थ द्वारा आयोजित किए गए दशहरा कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पधारे प्रधानमंत्री कार्यालय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने मंच से संबोधित करते हुए यह जानकारी दी थी कि उन्होंने कटरा-अमृतसर-दिल्ली एक्सप्रेस-वे केंद्र सरकार से मंजूर करवाया है । उन्होंने कहा कि माननीय डॉ जितेंद्र सिंह जम्मू कश्मीर के उधमपुर से लोकसभा के सांसद हैं और उन्होंने कटरा से दिल्ली के लिए सीधा एक्सप्रेस-वे केंद्र सरकार से मंजूर करवाया है जिसकी जानकारी उन्होंने दशहरा के मंच से दी थी और तब तक किसी को भी इस बारे में पता नहीं था । जोशी ने कहा कि मगर यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि पंजाब सरकार के कुछ मंत्रियों व अधिकारियों द्वारा एक सेट एजेंडे के तहत इस एक्सप्रेस-वे में से अमृतसर को बाहर निकाला गया है और इसका रूट बदला गया है । उन्होंने कहा कि यह सिर्फ अमृतसर ही नहीं बल्कि पूरे पंजाब के साथ पंजाब की कांग्रेस सरकार धोखा कर रही है ।
जोशी ने कहा कि इस एक्सप्रेस-वे की शोभा ही अमृतसर के नाम के साथ है जो कि विश्व प्रसिद्ध है क्योंकि इस एक्सप्रेस-वे का नाम ही कटरा-अमृतसर-दिल्ली एक्सप्रेस-वे रखा गया है और अगर इस नाम में से अमृतसर को हटाकर किसी और जगह का नाम डाला जाएगा तो इस एक्सप्रेस-वे की वह शोभा नहीं रहेगी । उन्होंने कहा कि श्री हरमंदिर साहिब, श्री दुर्गियाना तीर्थ, जलियांवाला बाग और भगवान वाल्मीकि तीर्थ आदि स्थल अमृतसर में होने के कारण विश्व भर में अमृतसर का विशेष महत्व है और दुनियाभर से लोग जहां पर आते हैं । अमृतसर में आने वाले लोगों को इस एक्सप्रेस-वे से बड़ा लाभ प्राप्त होगा और वह अमृतसर के इन स्थलों की यात्रा कर साथ ही कटरा होकर वापिस आ सकते है । इसी संदर्भ में जोशी ने पिछले दिनों केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और प्रधानमंत्री कार्यालय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह को पत्र लिखकर इस एक्सप्रेस-वे के रूट में अमृतसर को बनाए रखने की मांग की है ।