कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर:पंजाब सरकार की ओर से आज राज्य वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय माल रोड में पंथिक नेता मास्टर तारा सिंह की स्मृति में एक राज्य स्तरीय समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर उपायुक्त, मास्टर जी के परिवार के सदस्यों और अन्य अधिकारियों ने मास्टर जी को फूल भेंट किए। राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित करते हुए, उपायुक्त शिवदुलार सिंह ढिल्लों ने कहा कि सरकार ने जंग-ए-आजादी संग्रहालय में मास्टर तारा सिंह जी का स्मारक बनाया है। जाएंगे जहां उनकी यादगार चीजें रखी जाएंगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उनके परिवार के सदस्यों के साथ चर्चा हुई है।
ढिल्लों ने कहा कि मास्टर तारा सिंह जी की जीवनी से संबंधित प्रतीक इस स्मारक में रखे जाएंगे। उन्होंने कहा कि ये प्रतीक देश के युवाओं को प्रेरित करेंगे। उन्होंने कहा कि मास्टर जी के नक्शेकदम पर चलकर ही हम एक अच्छा जीवन जी सकते हैं। उन्होंने कहा कि मास्टर जी ने धार्मिक जीवन के साथ-साथ राजनीतिक क्षेत्र में भी बहुत योगदान दिया है और एक लेखक के रूप में उन्होंने कई किताबें लिखकर अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। मास्टर जी के परिवार की सदस्य किरनजोत कौर ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मास्टर तारा सिंह पंथ के नेता थे, जो पीढ़ी-दर-पीढ़ी लोगों के दिलों पर राज करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि मास्टर जी ने हमेशा देश और धर्म की खातिर अपना जीवन जिया है।
उन्होंने कहा कि बिना किसी लालच के मास्टर जी ने खुद को राजनीति के साथ-साथ धर्म से भी जोड़ा।प्रो.जी के परिवार के सदस्य प्रो जसप्रीत कौर ने अपने संबोधन में कहा कि मास्टर जी एक राजनीतिक, धार्मिक होने के साथ-साथ एक अच्छे लेखक भी थे। उन्होंने कहा कि मास्टर जी द्वारा कई किताबें लिखी गई हैं। उन्होंने कहा कि वह राष्ट्र के एक ऐसे नेता थे, जिन्होंने जीवन भर पंथ की बेहतरी और एकता के लिए काम किया और खुद को बलिदान किया। मास्टर तारा सिंह की पोती डॉ। जसप्रीत कौर ने अपने स्वतंत्रता संग्राम, गुरुद्वारा सुधार आंदोलन, पंजाब राज्य के योगदान की सराहना करते हुए दर्शकों के साथ कई अछूते पेज साझा किए। इस अवसर पर उपायुक्त ने मास्टर जी के परिजनों को भी सम्मानित किया। इस अवसर पर मैडम अलका कालिया सहायक आयुक्त, राजिंदर सिंह मूढल अतिरिक्त उपायुक्त विकास, नरिंदरजीत सिंह पानू समाज कल्याण अधिकारी, सतिंदरबीर सिंह जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।