कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर : पिछले दिनों बार्डर पर भारत और चीन के फौजियों में टकराव हो गया, जिसमें जहाँ भारतीय फौज के जवान शहीद हुए, वहां भारतीय फौज ने चीन को करारा जवाब देते हुए कार्यवाही को अंजाम देते हुए चीन का भी नुक्सान किया। इस घटना के बाद फौज की कारगुज़ारी को ले कर सभी देश का सीना चौड़ा हो गया और हरेक ने शहीदों को सलाम किया और फौज के हक के सभी ने नारा बुलंद किया। इस दौरान फौज को लेकर कुछ पार्टियों की तरफ से चाहे वह सत्ताधारी होने चाहे वह विरोधी पक्ष हो राजनीति की जा रही है, जो कि अभी तक भी जारी है, जो कि बहुत ही शर्मनाक है। फौज हमारे दिलों में बसती है। सरकारें कई आईं और गई, विरोधी पक्ष भी बदलता रहता है, परंतु फौज की भूमिका कभी नहीं बदलती। वह देश की रक्षा के लिए हमेशा तैयार रहती है और वह अपनी भूमिका बहुत ही बढिय़ा तरीके के साथ निभा रही है, यदि वह अपना फर्ज सही तरीके साथ न निभाती होती तो हम खुली हवा के साँस न ले रहे होते। रही बात राजनीतिक पार्टियों की, अपनी राजनीति को चमकाने के लिए फौज के नाम का इस्तेमाल न करे। सत्ताधारी पार्टियां और विरोधी पार्टियों को यह बात समझ लेनी चाहिए कि हमारी सरहदों की रक्षा फौज बहुत ही अच्छे ढंग के साथ कर रही है, मुद्दे ओर बहुत हैं, जहाँ अपनी राजनीति को चमकाया जा सकता है, इस लिए फौज को इस राजनीति से आज़ाद ही रखा जाये।
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