कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर (9 जुलाई ):( राहुल सोनी ) वरिष्ठ भाजपा नेता राजिंदर मोहन सिंह छीना ने केंद्र सरकार की ओर से किसान हित के लिए जारी किए गए तीन आर्डिनेंसों पर कांग्रेस पार्टी द्वारा स्वार्थपूर्ण राजनीति प्रत्यक्ष करते हुए अपनी सत्ता को चमकाने के मकसद के तहत गंदी राजनीति करने के आरोप लगाए। उन्होने कहा कि कुछ लोग जोकि इस आर्डिनेंस संबंधी पूरी तरह जानकारी नहीं रखते बिना समझे इस पर अपनी गलत धारणा के तहत गुमराह पूर्ण प्रचार कर रहे है जबकि यह उक्त आर्डिनेंस किसानों व लोगो के लिए लाभदायक सिद्ध होगा। छीना ने कहा कि पहले आर्डिनेंस असेंशियल कमोडिज एक्ट, दूसरा कांट्रेक्ट फार्मिंग व तीसरा प्राइवेट कंपनियों, व्यक्तियों की मार्केट में मुफ्त दाखिला के बारे पेश किया गया है। उन्होंने इस अवसर पर बुद्धिजीवी डा. सरदारा सिहं जौहल का हवाला करते हुए कहा कि जिक्र योग्य है कि जो कांग्रेस लीडरशिप इस मुद्दे पर हौव्वा खड़ा कर रही है, इस लीडरशिप ने 2004-05 में प्राइवेट मार्केट के लिए एक आर्डिनेंस तैयार किया था।
उन्होंने कहा कि एमएसपी के बारे तो इस आर्डिनेंस में एक शब्द भी नहीं। कुछ लोग जिन्होंने आर्डिनेंस देखा ही नहीं, बिना जाने टिप्पणी कर रहे है। कुछ लोग राजनीति बयानबाजी देख कर ही अपना स्वार्थ सिद्ध कर रहे है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियों ने तो अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकनी ही है। विरोधी पार्टियों को कभी भी हमारे लोकतंत्र मे सत्ता में आई पार्टी का कोई फैसला ठीक नहीं लगता होता चाहे वह कितना भी लाभदायक क्यों न हो यह हमारे राजनीति व समाज की त्रासदी है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए उक्त आर्डिनेंसों को जारी किया गया है पर कुछ कांग्रेसी अपने आकाओं को खुश करने की होड़ में गलत बयानबाजी व गुमराह पूर्ण करके इसको ठेस लगाने पर लगे है। उन्होंने कहा कि पहले देश का अन्नदाता मौजूदा प्रदेश सरकार की दोगली नीतियों के कारण दानों कीतरह चक्की में पिस रहा है। अब यदि केंद्र सरकार किसानों व आम लोगों के पक्ष में जनहित आर्डिनेंस जारी कर रही है तो उस पर राजनीतिज्ञ अपनी सस्ती शोहरत बटोरने के लिए किसानों को मुद्दे से भटका रहे है।
इस अवसर पर छीना ने कहा कि इस एक्ट के माध्यम से फार्मिं कांट्रेक्ट को कानूनी जामा पहना दिया गया है जो दोनों पार्टियों के पक्ष व जिम्मेदारी को यकीनी बनाता है। उन्होंने कहा कि पहले एक्ट के माध्यम से सरकारों ने समय समय बड़ी मनमर्जी, धांधली की। जब केंद्र को अनाज कीजरूरत थी, इस एक्ट के माध्यम से बाजार की कीमतों को एमएसपी क से कम समर्थन मूल्य से नीचे रखने के लिए, दूसरे खरीददारों को मंडी से बाहर निकाल दिया ताकि जो एमएसपी से अधिक कोई कीमत दे ही न सके। इसके साथ किसानी का बहुत नुकसान हुआ था।
इस अवसर पर छीना ने जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस सत्ता काल के दौरान भी ऐसी संशोधन प्रस्तावित की गई थी पर वह स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने में असफल रहे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने न सिर्फ खेतीबाड़ी के बारे स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू की बल्कि खेती संकट को बाहर निकालने के लिए खेतीबाड़ी सेक्टर में सुधार लाने के लिए बड़ी योजना तैयार की है। उन्होंने कहा कि देेश हित में कांग्रेस को अपना झूठा प्रचार रोकना चाहिए।