कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर 6 अगस्त: पंजाब सरकार ने तालाबंदी के दौरान भी जिले के विकास कार्यों में कोई कसर नहीं छोड़ी और इस दौरान गांवों के मजदूरों को अपने घरों में चूल्हे जलाने के लिए रोजगार के अवसर दिए गए। इस बीच मगनरेगा के तहत 26531 नरेगा जॉब कार्ड धारकों को काम दिया गया ।473211 मजदूरी का काम करके, जॉब कार्ड धारकों को मज़दूरी के रूप में लगभग 12 करोड़ 44 लाख 54 हजार रुपये दिए गए हैं।
रणबीर सिंह मुधल ने आज यहां यह खुलासा करते हुए कहा कि जिले में कुल 132675 जॉब कार्ड धारक हैं और 1 अप्रैल 20 से तारीख तक लॉकडाउन के दौरान 5730 नए नरेगा जॉब कार्ड जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस महामारी के दौरान भी गांवों में कई विकास कार्य किए जा रहे थे। मुधाल ने कहा कि जिले के सभी ब्लॉकों में मगनरेगा में तालाबों की सफाई, पार्कों का नवीनीकरण, खेल के मैदानों का निर्माण, सड़कों का निर्माण, वृक्षों का रोपण, वन मित्र, पशु शेड आदि का संचालन किया जा रहा है। । उन्होंने कहा कि 1 अप्रैल 20 से अब तक विभिन्न परियोजनाओं पर श्रम सहित लगभग 13 करोड़ 11 लाख रुपये विकास कार्यों पर खर्च किए गए हैं।
मुधल ने कहा कि मगनरेगा के तहत मानसून के मौसम में गाँवों का मुख्य कार्य तालाबों की सफाई करना था, जिसके तहत सभी 26 गाँवों में तालाबों की सूरत बदलने के लिए गंभीर काम किया जा रहा था।
उन्होंने कहा कि जिले के 553 तालाबों की सफाई की गई है और इसके अलावा 14 वें वित्त आयोग से प्राप्त धन और सरकार द्वारा जारी विशेष निधियों के साथ काम किया जा रहा है। एपीओ मैडम हरसिमरन कौर और करनदीप सिंह ने आज यहां यह खुलासा करते हुए कहा कि जंडियाला ब्लॉक में मगनरेगा पार्क और खेल के मैदान स्थापित किए जा रहे हैं और अन्य ब्लॉकों में भी काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि मगनरेगा के तहत नहर की सुइयों को साफ करने और बोरहोल पर मिट्टी भरने का काम भी चल रहा था और डेयरी व्यवसाय चल रहा था। पशुओं की देखभाल के लिए किसानों को मवेशी शेड भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में प्ले पार्क भी बनाए गए हैं और युवाओं के खेलने के लिए गाँवों में खेल के मैदान बनाए गए हैं।