कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर ,10 अगस्त : मुखमंत्री द्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 400 साल वे प्रकाश पूरब को समर्पित एक अंतर्राष्ट्रीय व्याख्यान श्रृंखला का उद्घाटन इतिहास विभाग, गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी और श्री गुरु ग्रंथ साहिब अध्ययन केंद्र की तरफ़ से प्रकाश पूरब को समर्पित अंतर्राष्ट्रीय व्याख्यान लड़ी को आरम्ब ड़ा.जसपाल सिंह संधू के संरक्षण में किया इतिहास विभाग के प्रमुख डॉ अमनदीप बल ने बताया कि इस श्रृंखला का व्याख्यान डॉ दलजीत सिंह प्रभारी को गुरु तेग बहादुर राष्ट्रीय अखंडता अध्यक्ष और पंजाब ऐतिहासिक अध्ययन विभाग के प्रमुख, पंजाबी यूनिवर्सिटी द्वारा किया गया । उन्होंने ‘श्री गुरु तेग बहादुर हिंद दी चादर’ विषय पर भावुक विचार दिए। गुरु साहिब के जीवन के आधार पर, उन्होंने कहा कि गुरु साहिब लोगों को एक निडर जीवन की तरह चलना ताकि वे अन्याय और असमानता के खिलाफ बोल सकें।
उन्होंने कहा कि गुरु साहिब धार्मिक स्वतंत्रता के समर्थक थे और उनके विचार में एक व्यक्ति जो किसी से डरता है वह अपना आत्म सम्मान और स्वतंत्रता खो देता है। इसी प्रकार, गुरु साहिब की विचारधारा के अनुसार, जो व्यक्ति दूसरों को भयभीत करता है वह अत्याचारी बन जाता है और लोगों पर अन्याय और अत्याचार करता है। इसलिए, गुरु साहिब ने हमें उत्पीड़न का विरोध करने और दूसरों के मौलिक अधिकारों का सम्मान करते हुए किसी को धक्का न देने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि गुरु साहिब ने दूसरों की धार्मिक स्वतंत्रता के लिए खुद को बलिदान करके और मानवता को अपने आदर्श रूप में निर्देशित करके एक अनूठी मिसाल कायम की। उन्होंने कहा कि गुरु साहिब के बताए मार्ग पर चलकर ही अहु भाई कहु को मत नाहि न मानत मन ’भय मुक्त और समान समाज का निर्माण किया जा सकता है।