पंजाब सरकार की तरफ से कस्टम हायरिंग से खेती संद किराये पर लेने के लिए रेट निदारित: ज़िलाधीश

कल्याण केसरी न्यूज़,6 अक्टूबर : पंजाब सरकार ने पर्यावरण के संरक्षण में किसानों को सुविधा प्रदान करने के लिए कस्टम हायरिंग केंद्रों की स्थापना की है और साथ ही इसे जलाने के बजाय खेतों में पराली को शामिल करके भूमि के स्वास्थ्य में सुधार किया है। सहकारी समितियों और पंचायतों के माध्यम से कृषि मशीनरी को काम पर रखने के लिए दरें तय की गई हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए गुरप्रीत सिंह खैरा ने कहा कि अमृतसर जिले में किसानों की सुविधा और पराली के उचित प्रबंधन के लिए कुल 1326 कस्टम हायरिंग केंद्र हैं, जहाँ से किसान अपनी सुविधा के अनुसार भूमि में पुआल फैलाकर खेत तैयार करने के लिए मशीनरी प्राप्त कर सकते हैं।
पंजाब सरकार द्वारा निर्धारित दरों के अनुसार, हैप्पी साइडर के लिए 1300 रुपये प्रति एकड़, दो फलों के उलट समाधान के लिए 1200 रुपये, तीन के लिए 1500 रुपये शुरुआती रीपर 400 रुपये में, मल्चर 1200 रुपये में, स्ट्रॉ चॉपर 500 रुपये में, शून्य से 600 रुपये में रोटावेटर, 1000 रुपये में सुपर सीडर, 1600 रुपये से 2000 रुपये प्रति एकड़ में तय किया गया है। इसके अलावा हैप्पी साइडर और दो फलों के प्रतिवर्ती हल ट्रैक्टर के बिना खेत के औजार के लिए प्रति घंटे 200 रुपये, बुवाई के लिए प्रति घंटे 100 रुपये, मुल्चर में 200 रुपये प्रति घंटे, पुआल हेलिकॉप्टर से 250 रुपये, 100 रुपये प्रति घंटे तक जीरो, सुपर साइडर 400 से 500 रुपये प्रति घंटा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार इन कृषि उपकरणों को काम पर रखने के लिए दर तय करेगी जिससे किसानों को बहुत फायदा होगा।
यह याद किया जा सकता है कि कृषि सेवा केंद्र जिले में छोटे और मध्यम किसानों के लिए खोले गए हैं, जिन्हें सरकार द्वारा सब्सिडी के आधार पर मशीनें प्रदान की गई हैं।

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