कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर, 11 जुलाई, 2022 ; जनसंख्या के मुद्दों के महत्व और महत्व पर ध्यान केंद्रित करने के लिए दुनिया भर में हर साल 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। इसी तरह, केंद्रीय संचार ब्यूरो, अमृतसर, सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा इस विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया था। वेबिनार में मुख्य वक्ता के रूप में विशेषज्ञ और प्रख्यात अर्थशास्त्री प्रोफेसर रंजीत सिंह घुम्मन और प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता और लेखक डॉ. स्वराज सिंह ने भाग लिया।
इस अवसर पर बोलते हुए प्रो. रंजीत सिंह घुम्मन ने कहा कि ऐसे समय में जब हम सतत विकास लक्ष्यों के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में लगातार बढ़ रहे हैं, जनसंख्या की समस्या को जड़ से खत्म करने की जरूरत है, तभी इसका समाधान हो सकता है. उन्होंने मानव पूंजी के महत्व पर भी जोर दिया और कहा कि युवा पीढ़ी इस संबंध में बहुत महत्वपूर्ण है। घुम्मन ने कहा कि विकास में युवाओं को शामिल करने और वितरण व्यवस्था को दुरुस्त करने के सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।
वहीं डॉ. स्वराज सिंह ने कहा कि एक तरफ बढ़ती जनसंख्या कई देशों के लिए एक समस्या है और दूसरी तरफ कुछ देशों के लिए अल्पसंख्यक आबादी भी एक समस्या है। उन्होंने कहा कि बढ़ती जनसंख्या के कारण आम तौर पर अपराध दर में वृद्धि हुई है। डॉ. स्वराज सिंह ने कहा कि विकास और समानता को जमीनी स्तर पर लागू करने से जनसंख्या के नकारात्मक प्रभावों पर अंकुश लगाया जा सकता है। इस अवसर पर बोलते हुए अमृतसर के केंद्रीय संचार ब्यूरो के प्रमुख गुरमीत सिंह (आईआईएस) ने कहा कि बढ़ती आबादी ने पर्यावरण को भी काफी नुकसान पहुंचाया है। इसलिए जरूरी है कि लोगों में इस विषय के प्रति जागरूकता पैदा की जाए। उन्होंने कहा कि साक्षरता दर में वृद्धि, विवाह की न्यूनतम आयु पर सख्त कानून और लोगों में बढ़ती जागरूकता के कारण इस संबंध में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। जालंधर (आईआईएस) के फील्ड प्रचार अधिकारी राजेश बाली ने वक्ताओं को धन्यवाद दिया और कहा कि भविष्य में भी लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए ऐसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर वेबिनार आयोजित किए जाएंगे।