कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर ,28 जुलाई 2022–मुख्य कृषि अधिकारी अमृतसर डॉ. जतिंदर सिंह गिल, कृषि अधिकारी कुलदीप सिंह मटेवाल और कृषि विकास अधिकारी (इन) हरमनदीप सिंह ने जिले में कार्यरत उर्वरक कंपनियों के प्रतिनिधियों और थोक डीलरों के साथ बैठक की और फसल की खेती के लिए उर्वरकों की उपलब्धता पर चर्चा की। उन्होंने उर्वरक कंपनियों के समूह और थोक डीलरों के प्रतिनिधियों को निर्देश दिया कि वे किसानों को निर्धारित दरों पर उर्वरक बेचें और आपूर्ति करते समय किसी भी अनावश्यक कृषि सामग्री को उर्वरकों के साथ टैग न करें. यदि कोई डीलर उर्वरकों की कालाबाजारी करते हुए या उर्वरकों की बिक्री के साथ अनावश्यक कृषि आदानों को टैग करते हुए पाया जाता है, तो उसके खिलाफ उर्वरक अधिनियम (FCC 1985) के तहत उचित कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में यदि कोई डीलर किसी किसान को खाद के साथ अनावश्यक सामग्री खरीदने के लिए बाध्य करता है तो संबंधित कृषि विभाग में शिकायत दर्ज करायी जाये. उन्होंने कहा कि इस संबंध में कृषि विभाग की ओर से छापेमारी के लिए उड़नदस्ते का भी गठन किया गया है और विभाग के आला अधिकारी लगातार खाद की आपूर्ति के लिए प्रयास कर रहे हैं. मुख्य कृषि अधिकारी ने कहा कि विभाग का मुख्य उद्देश्य किसानों को समय पर कृषि इनपुट बीज, उर्वरक, दवाएं आदि उपलब्ध कराना है और विभाग हमेशा किसानों के कल्याण के लिए काम करता है. उन्होंने किसानों से अपील की कि लुधियाना कृषि विश्वविद्यालय की सिफारिशों और मिट्टी परीक्षण के अनुसार फसलों पर आवश्यक मात्रा में खाद डालें।