कल्याण केसरी न्यूज़ जालंधर, 6 दिसंबर ; जिले में ठोस कचरा प्रबंधन को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए डिप्टी कमिशनर जसप्रीत सिंह ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है और निर्देश दिया है कि कमेटी समय-समय पर विभिन्न स्थानों का निरीक्षण करने के बाद हर 15 बाद विस्तृत रिपोर्ट पेश करेगी ।
इस संबंध में डिप्टी कमिशनर जसप्रीत सिंह, नगर निगम के सहायक स्वास्थ्य अधिकारी (सैनीटेशन), नगर निगम के चीफ सैनेटरी इंस्पैक्टर व पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय दफ्तर जालंधर-1 एसडीओ आधारित कमेटी का गठन किया गया है यह समिति भारत सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा जारी ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियम-2016 को जिले के सरकारी एवं निजी संस्थानों एवं स्थानों पर पूर्ण रूप से लागू करने की दिशा में ठोस कदम उठाएगी। डिप्टी कमिशनर ने कहा कि ठोस अवशेष के पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य पर
मानव स्वास्थ्य पर बुरे प्रभाव को रोकने के लिए सभी को ठोस प्रयास करने चाहिए। बता दे ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियम-2016 के अनुसार बड़ी मात्रा में कचरा उत्पन्न करने वाले स्थान जैसे केंद्र एवं राज्य सरकार के विभाग, स्थानीय सरकार एवं निजी संस्थान, जहां प्रतिदिन 100 किलोग्राम से अधिक ठोस कचरा होता है ।इसी तरह नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने भी म्युनिसिपल सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स-2016 पर समय-समय पर निर्देश जारी किए जाते है।
जालंधर जिले में 7 चालान जारी, आने वाले दिनों में होगी चैकिंग तेज :- डिप्टी कमिशनर जसप्रीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि ठोस कचरा प्रबंधन को लेकर जिला प्रशासन द्वारा चैकिंग अभियान शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीमों ने अब तक जालंधर जिले में ठोस कचरा प्रबंधन के उल्लंघन के लिए 7 चालान काटे है और यह अभियान आने वाले दिनों में और तेज किया जाएगा। उन्होंने बड़ी मात्रा में ठोस अपशिष्ट वाले स्थानों, संगठनों व संस्थाओं के प्रतिनिधियों से अपील की कि पर्यावरण व मानव स्वास्थ्य को देखते हुए प्राथमिकता के साथ लागू किया जाए।