कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर , 18 अप्रैल ;- देश भर में विरासत को संरक्षित करने का प्रयास कर रही संस्था के अमृतसर चैप्टर द्वारा अमृतसर के विरासती संस्थान खालसा कॉलेज अमृतसर में एक शानदार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता डॉ महल सिंह जीना ने की और इंटेक पंजाब के संयोजक मेजर जनरल बलविंदर सिंह इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।इंटेक अमृतसर के संयोजक गगनदीप सिंह विर्क ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि विरासत को सहेजना केवल सरकार का काम नहीं है, बल्कि पूरे देश का कर्तव्य है कि विरासत को बचाने का प्रयास किया जाए ।
प्रसिद्ध लेखक और विरासत को बचाने के लिए सक्रिय कार्यकर्ता इंद्रजीत सिंह बाजवा (डीपीआरओ गुरदासपुर) ने अपने और उनकी टीम द्वारा सहेजे गए स्मारकों को विस्तार से साझा किया और कहा कि विरासत को बचाने के लिए एक अकेला व्यक्ति भी बहुत कुछ कर सकता है।प्रख्यात साहित्यकार राजन मान ने कहा कि विरासत को बचाना है तो लोगों को लहरें उठानी होंगी। केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश से पंजाबी एवं डोगरी विभाग का प्रतिनिधित्व करने वाले डा. निरेश कुमार जी ने बताया कि जब हम अपनी विरासत से अलग हो गए, अपने आप से अलग हो गए, लोगों से अलग हो गए, तो हम एक-दूसरे से जुड़ना भूल गए और यह समझ से परे है कि अगर धर्मशाला का कोई व्यक्ति पंजाबी में बोल सकता है, तो ये तथाकथित क्यों क्या आपको पंजाबी बोलने पर आपत्ति है ग़दरी बाबाओं पर शोध करने वाले सीता राम माधोपुरी ने ग़दरी बाबाओं द्वारा पंजाबी विरासत को और भी महान बनाने की विस्तृत जानकारी देते हुए इस अवसर पर उनके द्वारा किए गए कार्यों के बारे में भी बताया। इस मौके पर राजबीर सिंह ने हेरिटेज फसलों को बचाने के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में बताया।इंटक पंजाब में नई जान फूंकने वाले मेजर जनरल बलविंदर सिंह ने इस मौके पर इंटक के बारे में जानकारी दी और बताया कि कैसे इंटक न केवल पंजाब बल्कि पूरे देश में विरासत स्मारकों को सहेज रहा है। कार्यक्रम के अंत में मेजर जनरल बलविंदर सिंह व प्राचार्य महल सिंह जी के हाथों पधारे अतिथियों का पारम्परिक वस्त्र पहनाकर सम्मान किया गया तथा प्राचार्य संस्था की ओर से महल सिंह जी को सम्मानित किया गया।इस मौके पर स्प्रिंग डेल सीनियर सेकेंडरी स्कूल की मैडम नीरू जी और रिआर्की पब्लिक स्कूल तुगलवाला के हेरिटेज इंचार्ज हरकिंदर सिंह बोपाराय सहित छात्र टीम को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में इंटर अमृतसर के सह संयोजक डा. हरबिलास सिंह रंधावा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।