कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर, 19 जुलाई – स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. बलबीर सिंह ने अमृतसर में डॉक्टरों, गैर-सरकारी संगठनों, स्वास्थ्य उद्योग के प्रतिनिधियों, केमिस्ट एसोसिएशन और अन्य संगठनों से बात करते हुए पूरे पंजाब द्वारा पीड़ितों को प्रदान की गई मदद की सराहना की कि जिस तरह से पंजाब के लोग बाढ़ पीड़ितों की मदद कर रहे हैं, उसकी सराहना पूरी दुनिया में हो रही है । माझे की संस्थाओं के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे अमृतसर से लेकर पटियाला, मानसा तक सेवा करने वाले लोग मिले हैं। उन्होंने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, खालसा एड, आईएमए, कार सेवा वा महापुरुष, किसान संगठनों और अन्य संगठनों द्वारा बाढ़ पीड़ितों को दी जा रही सहायता का जिक्र करते हुए कहा कि नुकसान हर व्यवसाय और व्यवसाय और हर किसी को हुआ है। मदद भी कर रहा है।हाथ उठाया है जो बहुत बड़ी और गौरव की बात है।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने इस संकट के स्थायी समाधान के लिए मौजूदा स्थिति का ड्रोन सर्वेक्षण कराया है और इसके आधार पर भविष्य के लिए स्थायी व्यवस्था की जाएगी । उन्होंने कहा कि वैसे ही नुकसान का सर्वे कराया जा रहा है और मुख्यमंत्री इसका जायजा लेने के बाद राहत की घोषणा करेंगे । स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री, विधायक, जिला अधिकारी समेत पूरा अमला जल प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की मदद कर रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा पंजाब को दी गई राहत सहायता का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को स्थिति का आकलन करना चाहिए और बाढ़ प्रभावित प्रत्येक राज्य, चाहे वह पंजाब हो, हिमाचल हो, हरियाणा हो या दिल्ली हो, नुकसान का आकलन कर सहायता प्रदान करनी चाहिए.तभी हर पीड़ित को न्याय मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार बांधों से छोड़े जा रहे पानी को लेकर लगातार संपर्क में है ताकि एक बार की बजाय लगातार पानी छोड़ कर नुकसान को कम किया जा सके ।
स्वास्थ्य मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि हालांकि अमृतसर में बाढ़ नहीं आई है, लेकिन जहां भी पानी जमा है, वहां बारिश से होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए उचित इंतजाम किए जाएं । इस मौके पर आईएमए अमृतसर ने एक लाख रुपये का चेक दिया, जबकि केमिस्ट एसोसिएशन ने क्लोरीन की 10 लाख गोलियां देने की घोषणा की स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आईएमए ने अमृतसर और तरनतारन में डॉक्टरों और दवाओं के साथ 10-10 एम्बुलेंस उपलब्ध कराई हैं, जो एक सराहनीय कार्य है। स्वास्थ्य मंत्री ने प्रभावित इलाकों में काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों को संरक्षण देते हुए कहा कि जहां भी जरूरत पड़ी, स्वास्थ्य विभाग की टीमें एंबुलेंस और दवाओं के साथ पहुंचीं और जरूरतमंदों का इलाज किया और अब अगली चुनौती लोगों की मौत की है, जिससे मानसिक तनाव पैदा हुआ है. , <span lang=’PA’ style=’font-family:Raavi;mso-ascii-font-family:Raavi;